‘एक देश एक चुनाव’ बिल लोकसभा में पेश किया गया|लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी के 11 सांसद व्हिप जारी कर अनुपस्थित रहे| एनडीए की जनसेना के बालाशोरी वल्लभानेनी भी अनुपस्थित रहे|अब पार्टी इन अनुपस्थित सांसदों को कारण बताओ नोटिस भेजेगी| उसके बाद उनका जवाब मिलने पर निर्णय लिया जायेगा|
जब वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पेश किया गया तो इसके पक्ष में 269 वोट मिले। इसके बाद सरकार पर सवाल उठ रहे हैं| कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को साधारण बहुमत नहीं मिल सका| तो फिर दो तिहाई बहुमत कैसे मिलेगा|
ये सांसद रहे अनुपस्थित: भाजपा ने सोमवार को ही अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया था| इसके बाद भाजपा के कई सांसद मौजूद नहीं थे|इसमें केंद्रीय मंत्री भी हैं|जो सांसद अनुपस्थित थे उनमें नितिन गडकरी शांतनु ठाकुर, जगदंबिका पाल, बी वाई राघवेंद्र, गिरिराज सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, विजय बघेल, उदयराज भोंसले, भागीरथ चौधरी, जगन्नाथ सरकार और जयंत कुमार रॉय शामिल हैं।
भाजपा भेजेगी नोटिस: भाजपा अनुपस्थित सांसदों को नोटिस भेजेगी। अगर कोई सांसद पार्टी व्हिप रहते हुए अनुपस्थित रहता है तो उसे कारण बताना होगा|अगर वह कारण सही है तो पार्टी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती, लेकिन यदि कारण अनुचित है तो पार्टी द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। उनकी सदस्यता रद्द की जा सकती है|
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में संविधान (129 वां संशोधन) विधेयक, 2024 और संबंधित केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया। इस विधेयक में देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का प्रावधान है। विपक्ष द्वारा उनका विरोध किया जा रहा है|
कांग्रेस और वाम दलों के साथ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने दलाई विधेयक का विरोध किया। एनडीए के घटक दल जैसे शिव सेना और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) खुलकर इस बिल के पक्ष में दिखे। मतदान के बाद विधेयक को पेश किया गया और फिर जेपीसी को भेजा गया।
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