संसद के मानसून सत्र 2025 में आज आखिरकार ऑपरेशन सिंदूर पर बहुप्रतीक्षित बहस शुरू हो रही है। बीते हफ्ते के कई स्थगनों और विपक्षी हंगामे के बाद आज लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में बहस की शुरुआत करेंगे, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं। इस बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बयान पर बवाल मच गया जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की वैधता पर सवाल उठाए। इस पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने पलटवार करते हुए कहा, “कृपया पाकिस्तान की भाषा बोलना बंद करें। जो लोग देश की सुरक्षा पर राजनीति करते हैं, उन्हें जवाब देना होगा।”
विपक्ष की ओर से सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे का खंडन कब करेगी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीज़फायर करवाया था और इसके बदले भारत से व्यापार समझौते की बात की थी। गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी इस बहस में सरकार की ओर से जवाब देंगे।
लोकसभा और राज्यसभा—दोनों सदनों में 16 घंटे लंबी बहस की योजना है, जो वास्तविकता में इससे अधिक समय तक चल सकती है। इस बहस में जहां सरकार की ओर से अनुराग ठाकुर, सुदर्शन त्रिवेदी और निशिकांत दुबे जैसे नेता बोलेंगे, वहीं NDA सात देशों के प्रतिनिधिमंडल के अनुभव भी साझा करेगा जिन्होंने ऑपरेशन के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का पक्ष रखा।
ऑपरेशन सिंदूर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किया गया जवाबी सैन्य अभियान है। 7 मई को हुए इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी। इसके जवाब में भारतीय सेना, वायुसेना और खुफिया एजेंसियों के समन्वय से यह अभियान चलाया गया, जिसमें एलओसी पार और जम्मू-कश्मीर के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
इस अभियान का उद्देश्य आतंकी लॉन्चपैड्स को नष्ट करना, प्रमुख आतंकियों को समाप्त करना और पाकिस्तान समेत सभी आतंक प्रायोजक देशों को सख्त संदेश देना था। इसे “सिंदूर” नाम इसलिए दिया गया क्योंकि यह बलिदान और संकल्प का प्रतीक है।
रविवार (27 जुलाई) को तमिलनाडु के गंगईकोंडा चोलापुरम में चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को भारत की संप्रभुता पर हमला होने पर हमारी प्रतिक्रिया दिखा दी है। अब आतंकवादियों के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं है।” उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने देशभर में नया आत्मविश्वास और जागरूकता पैदा की है। मोदी ने यह भी बताया कि जिस रास्ते से वे कार्यक्रम स्थल तक गए, वहां लोगों ने स्वत:स्फूर्त रोड शो जैसा दृश्य बना दिया और ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में नारे लगाए।
इस बीच चर्चा है कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर पर पार्टी की लाइन से सहमति न जताते हुए इस बहस में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, थरूर ने स्पष्ट किया कि वह ऑपरेशन को सफल मानते हैं और सरकार की आलोचना में हिस्सा नहीं ले सकते।
आज से शुरू हो रही बहस में सरकार के कई बड़े नेता बोलेंगे, जबकि विपक्ष की ओर से कल राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा, सुप्रिया सुले और अन्य प्रमुख नेता बोलने वाले हैं। आज संसद में राष्ट्र सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय दबाव, लोकतांत्रिक जवाबदेही और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को लेकर गरमागरम बहस की उम्मीद है।
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