सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि बहुमत का परीक्षण जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। फिर भी, वह फिर से सुप्रीम कोर्ट जाना चाहते है। इससे यह सिद्ध होता है कि एक साधारण शिवसैनिक उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते हैं। अतुल भातखलकर ने कहा कि वे बहुमत परीक्षण से डरते हैं। अगर डर नहीं होता, तो इससे निपटा जाता। वे सामने नहीं आए हैं। उन्होंने अटलजी की तरह ऐसा क्यों नहीं किया। यह जानते हुए कि बहुमत नहीं है, उनके पास केवल मुझे और मेरे बेटे को मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री के रूप में होना चाहिए।
सामान्य शिवसैनिक मुख्यमंत्री झालेला उध्दव ठाकरेंना पाहवत नाही… pic.twitter.com/i92Llg3dLZ
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) July 1, 2022
विधानसभा के बागी विधायक नरहरि जिरवाल ने शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस जारी किया है| नोटिस के खिलाफ कुछ दिन पहले शिवसेना के बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। अदालत ने कहा कि वह अपनी अगली सुनवाई 11 जुलाई को करेगी। अयोग्य ठहराए गए विधायकों को 12 जुलाई तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया है|
इस बीच शिवसेना ने बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस जारी करने की मांग वाली याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग की थी| कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि अयोग्यता नोटिस मामले में याचिका पर 11 जुलाई को सुनवाई होगी|