पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सामने अपनी सरकार को बचाने की चुनौती खड़ी हो गयी है। विपक्ष इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए अड़ा हुआ है। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले इस्लामाबद में खान ने एक बड़ी रैली का एलान किया गया है। 27 मार्च को होने वाली इस रैली के लिए सुरक्षा व्यवस्था चुस्त की जा रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने इस्लामाबाद में कम से कम एक हजार अर्धसैनिक बलों की तैनाती के संबंध में कैबिनेट को एक नोट भेजा है। पीटीआई की रैली के एलान के बाद विपक्षी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने विपक्षी दलों के लोगों और कार्यकर्ताओं को 23 मार्च को इस्लामाबाद में धरना देने और लंबे मार्च में शामिल होने को बुलाया है।
पाकिस्तानी अखबार डान की रिपोर्ट के मुताबिक, पीडीएम अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ के आवास पर संयुक्त विपक्ष की बैठक में भाग लेने के बाद यह घोषणा की है।
देश में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच पीटीआई के सांसद जावेद खान ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान 27 मार्च के बाद होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में संसद भवन के सामने 27 मार्च को सबसे बड़ी रैली होने जा रही है। उन्होंने कहा कि रैली में इमरान खान ऐतिहासिक भाषण देंगे। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान में विपक्ष की हार होगी।
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