मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बंगाल में एसआईआर के बिना शांति बहाल नहीं हो सकती है। इसलिए, जरूरी है कि यहां पर भी एसआईआर कराया जाए।
उन्होंने दावा किया कि ममता बनर्जी ने रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को यहां पर वोट बैंक बनाकर रखा है, जिसकी वजह से वे चुनाव जीतती रही हैं। उन्होंने कहा कि जो स्थिति बंगाल में है, यहां पर तो राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है।
मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर हमले की कोशिश पर भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। अदालत के अंदर इस तरह की चीजें बर्दाश्त से बाहर हैं। यह न्यायपालिका के लिए अच्छा संकेत नहीं है। जो हो रहा है, क्यों हो रहा है, यह वह संस्था है जिस पर पूरा देश भरोसा करता है।
बंगाल को लेकर पीएम मोदी के पोस्ट पर ममता बनर्जी की आपत्ति पर भाजपा नेता ने कहा कि सीएम खुद राजनीति करती हैं। उन्हें कार्निवल करना पसंद है, लेकिन बाढ़ क्षेत्रों का दौरा करना पसंद नहीं है। वे उत्तर बंगाल के लोगों की अवहेलना कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी क्या कर रही हैं? शासन पर ध्यान देने के बजाय, वह कोलकाता में क्यों हैं? उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा क्यों नहीं किया? उत्तर बंगाल के लोग बार-बार कहते हैं कि उनकी उपेक्षा की जा रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों सहित उत्तर बंगाल के लोग बाढ़ के कारण भारी संकट का सामना कर रहे हैं। नदियां उफान पर हैं, जिससे आस-पास के इलाके जलमग्न हो गए हैं और तबाह हो गए हैं। कई लोग लापता हैं, जिनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमारे लोग जब बाढ़ क्षेत्रों का दौरा करते हैं तो हिंसक झड़पें हुईं, जिससे विधायकों और सांसदों तक को खतरा पैदा हो गया है।
बांग्लादेश में चुनाव चिन्ह विवाद, एनसीपी ने दी सख्त चेतावनी!



