कैम्ब्रिज में दो बार फेल होने वाला पायलट, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के राजीव गांधी पर बोल !

कैम्ब्रिज में दो बार फेल होने वाला पायलट, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के राजीव गांधी पर बोल !

Pilot who failed twice in Cambridge, Congress leader Mani Shankar Aiyar's opinion on Rajiv Gandhi!

अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है, इस बार उन्होंने कांग्रेस में सबसे अधिक चर्चित और लोकप्रिय पूर्व प्रधानमंत्री और दिग्गज कोंग्रेसी नेता राजीव गांधी पर टिप्पणी करते हुए उनकी कैंब्रिज में फेल होने की कहानी बताई है।

कांग्रेस में बड़े स्तर पर सम्मानित किए जाने वाले राजीव गांधी के भारत के प्रधानमंत्री चुने जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए अय्यर ने इंटरव्यू में खुलासा किया, उन्होंने कहा, “जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने, तो मैंने सोचा कि एक व्यक्ति जो एयरलाइन पायलट था और दो बार असफल हो चुका था, वह प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है? मैंने उनके साथ कैम्ब्रिज में पढ़ाई की थी, जहाँ वे असफल हो गए थे। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में असफल होना बहुत मुश्किल है क्योंकि यूनिवर्सिटी यह सुनिश्चित करने की कोशिश करती है कि हर कोई कम से कम पास हो जाए। लेकिन इसके बावजूद राजीव गांधी असफल हो गए। इसके बाद वे लंदन के इंपीरियल कॉलेज गए और वहाँ भी वे असफल हो गए। तब मैंने सोचा कि ऐसा व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है?”

मणिशंकर अय्यर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया में फिर एक बार राजीव गांधी वंशवाद की राजनीति का सबसे खराब उदाहरण होने और एक असफल व्यक्ति को सत्ता की सर्वोच्च कुर्सी मिलने की बातें हो रही है।

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एक यूजर ने लिखा, “राजीव गांधी वंशवाद की राजनीति का सबसे खराब उदाहरण थे, एक असफल व्यक्ति को सत्ता की सर्वोच्च कुर्सी चांदी की थाली में परोसी गई, जबकि उसने बार-बार साबित किया कि वह इसके लिए पूरी तरह से अयोग्य था। यह एक ऐसा व्यक्ति था जो कैम्ब्रिज में फेल हो गया, इंपीरियल कॉलेज में फेल हो गया, और फिर भी उसे लाखों लोगों के देश का नेतृत्व करने में सक्षम माना गया। उसकी एकमात्र योग्यता नेहरू-गांधी परिवार में पैदा होना था। वह एक भ्रष्ट, अक्षम तानाशाह था जिसके हाथ बोफोर्स घोटाले से लेकर सिख विरोधी दंगों और आईपीकेएफ आपदा तक खून से सने थे। उन्होंने लोकतंत्र का उपदेश दिया लेकिन असंतोष को कुचल दिया, देश को लूटा और अपने साथियों को बेलगाम छोड़ दिया। जांच में कायर, सत्ता में क्रूर, उनकी विरासत विश्वासघात, रक्तपात और बेशर्म पाखंड की है।”

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