मोदी सरकार ने हाल ही में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (PMAY-U) 2.0 को मंजूरी दे दी है| इस योजना से मध्यम वर्ग के साथ-साथ गरीबों को भी फायदा होगा।बहुत से लोगों का सपना होता है कि उनका अपना घर हो। उसके लिए आम लोग जीवन भर की पूंजी जमा कर लेते हैं|आम आदमी के लिए घर खरीदना आसान बनाने के लिए सरकार एक योजना लेकर आई है। इस योजना के दायरे में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), निम्न आय समूह (एलआईजी), मध्यम आय समूह (एमआईजी) परिवार शामिल हैं।
चार प्रकार की संस्थाओं को सहायता: प्रधानमंत्री आवास योजना शहरों में घरों के निर्माण के लिए ऋण देती है। इस योजना में एक करोड़ शहरी गरीबों और मध्यम वर्गीय परिवारों को मदद दी गई है। इस योजना के तहत 2.30 लाख करोड़ रुपये की सरकारी सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना में चार प्रकार के घटक हैं। इनमें लाभार्थी आधारित निर्माण (बीएलसी), साझेदारी में किफायती आवास (एएचपी), किफायती किराया आवास (एआरएच) और ब्याज सब्सिडी योजना (आईएसएस) शामिल हैं।
पीएमएवाई-यू 2.0 योजना के चार तरह के घटक हैं। इसमें लाभार्थी आधारित निर्माण (बीएलसी), भागीदारी में किफायती आवास (एएचपी), किफायती किराये के आवास (एआरएच) और ब्याज सब्सिडी योजना (आईएसएस) शामिल हैं। लाभार्थी योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए चारों घटकों में से अपनी पात्रता और पसंद के अनुसार एक कंपोनेंट का चुनाव कर सकते हैं। इनमें से एक घटक ब्याज सब्सिडी योजना है।
होम लोन योजना के लाभ: होम लोन योजना ₹35 लाख तक के घर पर ₹25 लाख के उधारकर्ताओं को लाभ प्रदान करती है। इन लाभार्थियों को पहले 8 लाख रुपये के लोन पर 12 साल के लिए 4 फीसदी सब्सिडी (सब्सिडी) दी जाती है. लाभार्थियों को 5 साल की अवधि में किस्तों में एक पुश बटन के माध्यम से 1.80 लाख रुपये की सब्सिडी मिलेगी।
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