श्रीलंका इन समय आर्थिक संकट की गंभीर स्थिति से गुजर रहा है| भूखमरी और बदहाली की हालत में सरकार और जनता के बीच प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं भी हो रही है| सरकार के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर दिखाई दे रहे है|
वही, इतिहास के सबसे भीषण आर्थिक संकट से गुजर रहा श्रीलंका में इमरजेंसी लागू किया गया है| महिंदा राजपक्षे के बाद उनके मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री रहे प्रोफेसर चन्ना जयसुमना ने भी राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया| प्रधानमंत्री और स्वास्थ्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है| राजधानी कोलंबो में आर्थिक संकट को लेकर विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी|
एक ओर श्रीलंका में मंत्रियों के इस्तीफे का दौर जारी है| वही, दूसरी ओर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद महिंदा राजपक्षे ने नागरिकों से संयम बरतने की अपील की है| उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जब भावनाएं उच्च स्तर पर चल रही हैं, हमें ये याद रखना चाहिए कि हिंसा केवल हिंसा को जन्म देगी| महिंदा राजपक्षे ने कहा है कि हम जिस आर्थिक संकट में हैं, उस एक आर्थिक समाधान की जरूरत है|
श्रीलंका में आर्थिक संकट को लेकर बढ़ते विरोध-प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने 6 मई को देश में इमरजेंसी लगाने का ऐलान कर दिया था|गोटबाया राजपक्षे ने देश में बिगड़ते हालात के बीच इमरजेंसी लगाने का फैसला लिया था|
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