उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने चंपावत से 55 हजार वोट से उपचुनाव जीत लिया है। धामी ने यहां कांग्रेस की उम्मीदवार निर्मला गहतोड़ी को हराकर कुर्सी बचाने में कामयाब रहे। मालूम हो की धामी विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट पर 6500 वोटों से हार गए थे। जिसके बाद ये अटकलें लगाई जा रही थी कि उन्हें दुबारा मुख्यमंत्री बनाया जाएगा की नहीं, लेकिन बीजेपी ने अटकलों को विराम देते हुए पुष्कर धामी को ही दूसरी बार मौका देने का ऐलान किया था।
2022 में धामी ने पार्टी को दूसरी बार सत्ता में लाने में कामयाब रहे लेकिन खटीमा सीट से वह हार गए थे।इसके बावजूद उन्हें पार्टी ने दूसरी बार भी सत्ता की कमान सौंपी थी। लेकिन उन्हें छह माह के भीतर विधायक बनाना जरुरी था। इसके बाद धामी चंपावत से उपचुनाव लड़ा लड़कर जीत दर्ज की। इस सीट को बीजेपी ने कैलाश गहतोड़ी ने छोड़ी थी जिसके बाद यहां उपचुनाव हुए जिसमें पुष्कर धामी ने इतिहास रचते हुए जीत दर्ज की थी।
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में अभी तक इतने वोटों से कोई जीत दर्ज नहीं की थी। पुष्कर सिंह धामी 55 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। इससे पहले विजय बहुगुणा को 39 हजार वोटों से सितारगंज में जीत मिली थी। उत्तराखंड के सियासी इतिहास में नजर डालने पर देखें तो पुष्कर सिंह धामी ऐसे पांचवें मुख्यमंत्री जो उपचुनाव के मैदान में उतरे थे। इस बार, धामी के सामने कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी थी, जिन्हें 3145 वोट मिले थे।
धामी के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रचार किया था। सीएम योगी के अलावा केंद्रीय मंत्रियों ने भी पुष्कर सिंह धामी के लिए वोट मांगे थे। जिसमें स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर जैसे कई नेता धामी के लिए जमकर प्रचार किया था। चंपावत उपचुनाव के लिए 31 मई को वोटिंग हुई थी। जिसमें 61595 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
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