सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष पर फैसला सुनाया है। कोर्ट ने शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को दिया है|लंदन दौरे पर गए राहुल नार्वेकर मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे हैं। इस समय एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के दौरान नार्वेकर ने अयोग्यता के फैसले को लेकर बड़ा बयान दिया है|
इस दौरान राहुल नार्वेकर ने कहा : 16 विधायकों की अयोग्यता को लेकर जो भी याचिकाएं दायर की गई हैं|हम इस पर जल्द से जल्द फैसला लेने की कोशिश करेंगे। यह एक बड़ी प्रक्रिया है। इसमें सबसे पहले किसकी राजनीतिक पार्टी है? इसे तय करने की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने पूरी जांच के बाद ही यह फैसला लेने का निर्देश दिया है। तो चलिए संविधान के सभी प्रावधानों पर विचार करने के बाद सही निर्णय लेते हैं|
ठाकरे समूह के नेताओं की मांग के बारे में पूछे जाने पर कि विधानसभा अध्यक्ष को 15 दिनों के भीतर निर्णय लेना चाहिए, राहुल नार्वेकर ने कहा, “हर कोई मांग कर रहा है। लेकिन कानून के अनुसार कुछ प्रावधान हैं, कुछ अन्य कानूनी मामलों को पूरा करना होगा। इन सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। हम निर्णय लेने में जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं और हम देरी नहीं करना चाहते हैं। जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह संविधान के प्रावधानों और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार लिया जाएगा।
मैं सभागार के बाहर की गई टिप्पणियों पर टिप्पणी नहीं करता। मुझे इस तरह की टिप्पणी करने की जरूरत भी नहीं है। तो किसी ने 15 दिन, किसी ने 20 दिन और किसी ने दो महीने के भीतर फैसला मांगा है। लेकिन मैं उस पर ध्यान नहीं देता। मैं कानून के प्रावधानों के अनुसार निर्णय लूंगा। मैं किसी को खुश करने के लिए फैसले नहीं लूंगा। यदि प्रक्रिया 15 दिन में पूरी होती है तो 15 दिन में निर्णय लिया जाएगा और यदि प्रक्रिया पूरी करने में देरी होती है तो निर्णय में देरी होगी। राहुल नार्वेकर ने कहा, ‘मैं किसी के आरोप से डरकर फैसले नहीं लेता।
यह भी पढ़ें-
देवेंद्र फडणवीस की मांग, ‘बांद्रा-वर्सोवा सी लिंक का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखा जाए’