पिछले कुछ महीनों में देखा गया है कि राज ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कई बार मिल चुके हैं|उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी राज ठाकरे से दो बार मुलाकात की। देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर मुंबई में राज ठाकरे के आवास शिवतीर्थ गए, जब तरह-तरह की राजनीतिक चर्चा चल रही थी। दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत होती रही। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक हलकों में कई लोगों की भौहें तन गई हैं।
इसे लेकर तरह-तरह की राजनीतिक चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। एक तरफ कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी उद्धव ठाकरे का विकल्प तलाश रही है। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज ठाकरे राज्य की राजनीति में भाजपा के लिए उद्धव ठाकरे की जगह भर सकते हैं|इसी तरह एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे के बीच बढ़ते टकराव से भी लोगों की भौहें तन गई हैं|
हालांकि यह पता नहीं चला है कि देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे के बीच बंद कमरे में क्या चर्चा हुई, विपक्ष को प्रतिक्रियाएं मिलनी शुरू हो गई हैं। इस यात्रा को लेकर शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कहा, ‘अगर देवेंद्र फडणवीस शिवतीर्थ में ठहरने की व्यवस्था करते हैं तो भी हमें कोई दिक्कत नहीं है|’
फडणवीस वहां गए और चाहते तो आठ दिन रुके, कोई बात नहीं। वे वहां इसलिए गए थे क्योंकि राज ठाकरे एक बेहतरीन मेजबान हैं। वे लोगों का बहुत अच्छे से स्वागत करते हैं। फडणवीस की तरह औरों को भी वहां जाकर रहना चाहिए। शिवतीर्थ पर सुबह की सैर के लिए जाएं। अच्छा खाना है, अच्छे होटल हैं। मूल रूप से शिवसेना का भविष्य इस बात के आड़े नहीं आता कि कौन किसके पास जा रहा है। शिवसेना की सीट पर शिवसेना है।
इस दौरे पर अब एनसीपी पार्टी की प्रतिक्रिया आ रही है। एनसीपी ने इस यात्रा के विरोध में पोस्टर लगाए हैं। एनसीपी महाराष्ट्र प्रदेश ओबीसी सेल के कार्यकारी अध्यक्ष राज राजापुरकर ने मुंबई में पोस्टर लगाए हैं। इसमें लिखा है, “हवादिल किसान हवा में…, बेरोजगार नौजवान सड़कों पर…, महँगाई के सुलगते अंगार पर महाराष्ट्र…, और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री शिवतीर्थ पर चैट टाइम पास!”
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