अखिलेश यादव यहां सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां से मुलाकात कर रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत होने की संभावना है। आजम के जेल से छूटने के बाद उनकी यह पहली मुलाकात है।
ज्ञात हो कि एक दिन पहले आजम खां ने कहा था कि वे सिर्फ अखिलेश यादव से ही मिलेंगे। सपा मुखिया अखिलेश के पहुंचते ही विश्वविद्यालय परिसर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई। पुलिस ने मीडिया कर्मियों को आजम खां के आवास के बाहर ही रोक दिया।
जिले के सपा अध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ नेता पहले से ही यूनिवर्सिटी कैंपस में मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे को लेकर प्रशासन मंगलवार से ही सतर्क था। जौहर विश्वविद्यालय और आजम खां के आवास के आस-पास कई थानों की पुलिस तैनात की गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात सपा के मुस्लिम वोट बैंक को एकजुट रखने की रणनीति का हिस्सा है। रामपुर, मुरादाबाद, और अमरोहा जैसे पश्चिमी यूपी के इलाकों में आजम खान की मजबूत पकड़ रही है। आजम खान समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं और दिवंगत मुलायम सिंह यादव के सबसे करीबी नेताओं में गिने जाते थे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव की यह मुलाकात न केवल पुराने रिश्तों को फिर से मजबूत करने के साथ पार्टी में एकता का संदेश देने का भी प्रयास है। अखिलेश यादव और आजम खान की मुलाकात को 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।



