लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त पर लगाए गए आरोपों के परिप्रेक्ष्य में भाजपा के वरिष्ठ सांसद रविशंकर प्रसाद ने तीखी प्रतिक्रिया दी। प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी को पहले संविधान और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को समझना चाहिए, न कि बिना प्रमाण के गंभीर आरोप लगाना।
उन्होंने पूछा, “क्या राहुल गांधी संविधान को समझते हैं? वह सुप्रीम कोर्ट गए – क्या उन्होंने कोई दांव लगाया?” जैसी बातें कहीं और कहा कि कोर्ट के निर्देशों का पालन होना चाहिए।
प्रसाद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी बार-बार लोकतांत्रिक संस्थाओं और मतदाताओं का अपमान कर रहे हैं। उनका कहना था कि अगर राहुल को वोट नहीं मिलते तो वे संस्थाओं पर आरोप लगाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि जनता उनके कार्यों को नहीं भूलेगी। प्रसाद ने कांग्रेस के इस रुख की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि ऐसे बेबुनियाद आरोप फैलाकर देश में भ्रम फैलाया जा रहा है।
इस बयान की पृष्ठभूमि में यह उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने भी राहुल गांधी के उन दावों को निराधार बताया है जिसमें कहा गया था कि कर्नाटक की अलंद विधानसभा सीट पर हजारों वोट हटाए गए।
आयोग ने स्पष्ट किया कि कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन वोट हटा नहीं सकता और प्रभावित व्यक्ति को बिना सुनवाई के वोट नहीं हटाए जा सकते। साथ ही आयोग ने अलंद क्षेत्र में कुछ असफल प्रयासों की जानकारी दी और मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
राजनीतिक स्तर पर यह विवाद आगे बढ़ने की संभावना है, क्योंकि विपक्ष ने अपने दावों को प्रमाणित करने की बात दोहराई है, जबकि सरकार और चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया की पवित्रता पर जोर देकर आरोपों को खारिज किया है।
यह भी पढ़ें-
चमोली आपदा में मचा हाहाकार, स्थानीय लोगों ने हालात बताए खराब!



