पटना। दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी में हुई बगावत का असर अब कांग्रेस पर दिखने लगा है। बताया जा रहा है कि लोजपा की टूट से कांग्रेस हाईकमान को डर सताने लगा है। पार्टी को दर है कि बिहार कांग्रेस के विधायक न टूट जाए। बताया जा रहा है कि बिहार कांग्रेस के विधायक हाईकमान से नाराज हैं।खबरों की मानें तो लोजपा में बगावत के बाद सबसे ज्यादा टेंशन कांग्रेस हाईकमान को है। कांग्रेस को बिहार पार्टी में भगदड़ मचाने की आशंका सताने लगी है। पार्टी को दर लगा रहा है कि कहीं उसके विधायक टूट न जायें। कांग्रेस पार्टी के राज्य में 19 विधायक हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी के 13 विधायक कभी भी मोर्चा खोल सकते हैं।
बताया जा रहा है कि पार्टी के अधिकतर विधायक कांग्रेस हाईकमान से नाराज हैं। बता दें कि बिहार चुनाव के बाद से ही राज्य में प्रदेश अध्यक्ष बदलने की मांग की जा रही है। लेकिन उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया है ,जिसकी वजह से विधायकों में नाराजगी चरम पर है। वहीं अभी तक राज्य में परमानेंट प्रभारी भी नियुक्त नहीं किया गया है, जिसके वजह से विधायकों में आक्रोश है। बताते चलें कि बिहार में अभी जेडीयू के पास 46, बीजेपी के पास 71 और राजद के पास 75 विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के पास वर्तमान में 19 विधायक हैं।
राज्य में 125 सीटों के साथ एनडीए की बहुमत वाली सरकार है। हालांकि एनडीए को जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी का समर्थन मिला हुआ है। बता दें कि बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी के पांच सांसदों ने पार्टी से बगावत कर अलग नेता घोषित कर दिया है। चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस संसदीय दल के नए नेता चुने गए हैं। बताया जा रहा है कि इस टूट के बाद अब चिराग पासवान अकेले पार्टी में सांसद रह जायेंगे।वहीं, अपने चाचा से मिलने उनके घर पहुंचे चिराग पासवान को लगभग 20 मिनट तक बाहर इंतजार करना पड़ा। कुछ समय के बाद घर में एंट्री मिली ,लेकिन उनके चाचा से मुलाकात नहीं हो पाई।