पटना। RJD में तेज प्रताप यादव और जगदानंद सिंह का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। जिसकी वजह से सियासत गरमा गई है। सत्ता पक्ष जदयू ने आरजेडी पर हमला बोला है तो वही कांग्रेस ने इसे राजद का आंतरिक मामला बताते हुए कहा कि इससे विपक्षी एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राजद ने इस विवाद पर कहा कि तेज प्रताप जो आरोप लगा रहे हैं। उसकी जांच होगी पर प्रदेश अध्यक्ष को यह अधिकार है कि वह किसी भी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष की नियुक्ति कर सकते हैं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने तेजस्वी की तुलना अलाउद्दीन खिलजी से कर दी।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता डॉ. दानिश रिजवान ने तेजस्वी यादव को खिलजी परस्त बताते हुए कहा कि अलाउद्दीन खिलजी को वह अपना आदर्श मानते हैं। तेजस्वी यादव कुर्सी के लिए खिलजियों की तर्ज पर अपने परिवार को लोगों का राजनीतिक कत्ल कर रहे हैं। तेजस्वी नहीं चाहते हैं कि लालू परिवार में कोई भी नेता बचे जो उनकी कुर्सी को चुनौती दे सके। बता दें कि इससे पहले भी दानिश रिजवान ने कहा था कि लालू यादव ने हमेशा तेज प्रताप को छात्र राजद का संरक्षक बताया था। जगदानंद सिंह बताएं कि लालू यादव झूठे हैं या वह खुद? लालू यादव को जेल भिजवाने वाले शिवानंद-जगदा की जोड़ी अब तेजस्वी को जेल भिजवाएगी। राजद में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और विधायक तेज प्रताप यादव के बीच जारी विवाद ने सहयोगी पार्टी कांग्रेस को असमंजस में डाल दिया है। कांग्रेसी नेता इस मामले में सीधे बोलने से साफ तौर पर बच रहे हैं।, कांग्रेसी नेताओं ने एक सुर में कहा कि किसी भी राजनीतिक दल में सीनियर लीडर को हर हाल में सम्मान देना चाहिए। कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरणदास हों या फिर प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा या फिर विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा सभी इसे राजद का अंदरूनी मामला बता रहे हैं।
‘लक्ष्मण रेखा पार न करें’
तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेस में प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकते हुए सीधा आरोप लगाया था कि जगदानंद सिंह मेरे और तेजस्वी के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं। अगर पिताजी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं तो वह इस मामले को कोर्ट लेकर जाएंगे. अब जगदानंद ने तेज प्रताप पर पलटवार करते हुए उन्हें संयम बरतने की नसीहत दी है।
जगदांनद नागपुरिया पार्टी के स्लीपर सेल हैं
लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव और आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बीच का संघर्ष बंद कमरे से अब खुलकर सामने आ गया है। जगदानंद सिंह को हिटलर कहे जाने से शुरू हुआ यह विवाद चंद रोज में इतना बड़ा हो गया कि अब दोनों तरफ से मीडिया के सामने आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। जगदानंद सिंह द्वारा छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष को हटाए जाने के बाद तेजप्रताप यादव ने इसे पार्टी के संविधान के खिलाफ बताया था. बीते गुरुवार को जगदानंद सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर तेजप्रताप के उठाए सवालों का जबाब दिया. जगदानंद सिंह द्वारा तेजप्रताप को हू इज तेजप्रताप कहे जाने के बाद तेजप्रताप ने भड़कते हुए जमकर भड़ास निकाली। तेजप्रताप यादव ने ट्वीट करते हुए जगदानंद सिंह पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि तेजप्रताप यादव लालू प्रसाद यादव का योद्धा है और लालुवाद के विचारों के लिए अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा. जगदानंद सिंह नागपुरिया पार्टी के स्लीपर सेल हैं. तेजप्रताप यादव ने अपनी भड़ास निकालते हुए जगदानांद सिंह पर कार्रवाई की मांग तक कर डाली।