केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार (25 मार्च)को कहा कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग तीन प्रतिशत का नुकसान हो रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में “सड़क सुरक्षा के लिए तकनीकी हस्तक्षेप: भारत-अमेरिका साझेदारी” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
गडकरी ने कहा, “सड़क दुर्घटनाएं हमारी सबसे बड़ी समस्याओं में से एक हैं। भारत में हर साल करीब 4,80,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें लगभग 1,88,000 लोगों की मौत होती है। इन हादसों में 66 प्रतिशत मृतक 18 से 45 वर्ष की आयु के होते हैं, जबकि 18 वर्ष से कम उम्र के लगभग 10,000 बच्चों की भी जान चली जाती है। यह आंकड़े बेहद चिंताजनक हैं और सड़क सुरक्षा को लेकर हमें गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।”
केंद्रीय मंत्री ने सड़कों के निर्माण में तकनीकी खामियों और खराब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक बताया। उन्होंने कहा, “भारतीय परिदृश्य में एक समस्या यह है कि हम डीपीआर सलाहकार के साथ मिलकर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करते हैं, लेकिन इसमें कभी-कभी लागत बचाने और अन्य कारणों से गंभीरता नहीं बरती जाती। इसका असर सड़क सुरक्षा पर पड़ता है और दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने सड़क सुरक्षा सुधारों के तहत ब्लैक स्पॉट की पहचान कर उनमें सुधार किया है, जिससे सड़क हादसों में मौतों के आंकड़े में 48 प्रतिशत और कुल सड़क दुर्घटनाओं में 49 प्रतिशत की कमी आई है।
गडकरी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 50 प्रतिशत तक की कमी लाना है। इसके लिए सड़क इंजीनियरिंग में सुधार, यातायात नियमों को कड़ाई से लागू करना और सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से अपनाना जरूरी है। उन्होंने कहा, “अब दुर्घटनाओं के आंकड़े में 50 से 60 प्रतिशत तक की कमी आई है। हालांकि, हमें अभी और प्रयास करने होंगे। इसके लिए दुर्घटनाओं के सही कारणों की पहचान करना और उनके समाधान निकालना जरूरी है।”
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केंद्रीय मंत्री ने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए स्कूली शिक्षा में यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी देने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमें अपने बच्चों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करना होगा। अमेरिका और यूरोपीय देशों से सीख लेते हुए हम यातायात प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।”
सरकार की ओर से सड़क सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदमों से आने वाले वर्षों में सड़क हादसों में कमी की उम्मीद की जा रही है। गडकरी ने कहा कि बेहतर सड़क इंजीनियरिंग, नियमों का पालन और लोगों की जागरूकता से ही हम इन भयावह दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं और देश की अर्थव्यवस्था को इस बड़े नुकसान से बचा सकते हैं।