कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को लगातार तीसरे दिन पूछताछ की। यह पूछताछ हरियाणा और राजस्थान में जमीन सौदों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामलों के सिलसिले में हो रही है। वाड्रा के खिलाफ गंभीर आरोप हैं कि उन्होंने अपनी कंपनी के जरिए फर्जीवाड़े से जमीनें खरीदीं और उस मुनाफे को अचल संपत्तियों में लगाया।
ईडी दफ्तर पहुंचने से पहले रॉबर्ट वाड्रा ने मीडिया से बात करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। जितने दिन बुलाएंगे, हम जाएंगे। सभी सवालों के जवाब पहले ही दे चुके हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि ईडी को 23,000 पन्नों का जवाब पहले ही सौंपा जा चुका है और यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक प्रेरणा से की जा रही है।
क्या है पूरा घोटाला?
इस कथित घोटाले की जड़ राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित कोलायत क्षेत्र की वो जमीनें हैं जो सेना के महाजन फायरिंग रेंज के विस्तार के कारण विस्थापित ग्रामीणों को आबंटित की गई थीं। वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड पर आरोप है कि उसने वर्ष 2009 से 2011 के बीच फर्जी दस्तावेजों और स्थानीय राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से करीब 275 बीघा जमीन बहुत कम दामों पर खरीदी।
बाद में इस जमीन को एलेगेनी फिनलीज़ प्राइवेट लिमिटेड को ₹5.15 करोड़ में बेचा गया, जिससे कंपनी को ₹4.43 करोड़ का मुनाफा हुआ। ईडी का दावा है कि यह मुनाफा नई दिल्ली में एक संपत्ति खरीदने में लगाया गया, जिसे एजेंसी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जब्त कर लिया है। राजस्थान सरकार ने इस मामले में 18 एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें से चार एफआईआर वाड्रा की कंपनी से सीधे जुड़ी हुई हैं।
रॉबर्ट वाड्रा ने आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा “मैं यहां किसी भी अन्यायपूर्ण दबाव के लिए तैयार हूं। मैं सत्य में विश्वास करता हूं और सत्य की जीत होगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी समाजसेवा और अल्पसंख्यकों के पक्ष में उठाई जा रही आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है।
ईडी वाड्रा से हरियाणा के गुरुग्राम जिले के शिकोहपुर गांव में हुए एक अन्य भूमि सौदे में भी पूछताछ कर रही है, जिसमें जमीन खरीद में अनियमितताओं और सत्ता का लाभ लेने के आरोप हैं। इस मामले की जांच को राजस्थान हाईकोर्ट पहले ही हरी झंडी दे चुका है।
ईडी ने वाड्रा की कंपनी की ₹4.62 करोड़ की संपत्तियां जब्त कर ली हैं और वाड्रा समेत उनकी मां मॉरीन वाड्रा से भी पूछताछ की जा चुकी है। जांच एजेंसी का कहना है कि यह पैसा “प्रोसीड्स ऑफ क्राइम” है और इसे अवैध रूप से अर्जित किया गया। फिलहाल इस बहुचर्चित घोटाले की जांच सक्रिय रूप से जारी है और आने वाले दिनों में ईडी की कार्रवाई और तेज हो सकती है।
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