पीएम मोदी ने अपने तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे के दूसरे दिन अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनियों के सीईओ के साथ एक राउंडटेबल बैठक में भाग लिया। इस बैठक में पीएम मोदी ने भारत की विकास संभावनाओं पर जोर दिया और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने की बात कही है। राउंड टेबल बैठक में पीएम मोदी ने कहा जब आप जैसे विशेषज्ञ बदलती हुई दुनिया और भारत की संभावनाओं के विषय में कोई बात बताते हैं, तब भारत में भी नीति-निर्धारण के विषय में हमारा विश्वास बढ़ जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि,जब दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र तेजी से आगे बढ़ेगा, तो वैश्विक शांति और समृद्धि का भी एक आश्वासन उससे प्राप्त होता है। प्रौद्योगिकी विकसित भारत की यात्रा का एक अहम स्तंभ है। इसलिए आज हमने भारत में तकनीकी सहयोग और निवेश के लिए अभूतपूर्व संभावनाएं खड़ी की है। आत्मनिर्भर और सशक्त भारत की विकास यात्रा में आप सभी को मैं एक सहयात्री और सह-भागीदार के रूप में हमेशा देखता हूं।
उन्होंने आगे कहा की भारत और अमेरिका की टेक कंपनियां मिलकर वैश्विक चुनौतियां के समाधान में अहम रोल निभाएगी। उन्होंने कहा कि भारत उन पहले देशों में से एक है, जिसने AI रणनीतियों पर काम किया है। मेरे लिए, AI का मतलब है ‘अमेरिका-भारत’। यही वह शक्ति है जिसे हम मजबूत करना चाहते हैं। भारत ने प्रौद्योगिकी के उपयोग को लोकतांत्रिक बनाया है, जिससे विभाजन कम हुआ है। भारत AI के नैतिक उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, जैसे रीढ़ की हड्डी के बिना शरीर किसी काम का नहीं है। वैसे ही चिप के बिना तकनीक किसी मतलब की नहीं होती। हम इस मामले में थोड़ा देरी से शुरू कर रहे हैं। हालांकि, हमारी ताकत है कि हम जब भी शुरू करते हैं, पूरी रफ्तार से शुरू करते हैं। जैसे- 5जी तकनीक में हम काफी पीछे थे, लेकिन अब हम सबसे आगे हैं। इसलिए सेमीकंडक्टर को लेकर भारत गंभीर है। हम इसमें जल्द से जल्द टारगेट पूरा करेंगे। इसके लिए हमारा मंत्र रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म है।
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