शाही दशहरा उत्सव: कोल्हापुर का ऐतिहासिक ऐतिहासिक सीमोल्लंघन समारोह प्रारंभ !

कोल्हापुर का शाही दशहरा राज्य सरकार की मदद से मनाया जा रहा है|इस मौके पर शाही जुलूस शुरू हो गया है|वहीं ऐतिहासिक दशहरा मैदान में उत्सव प्रेमी जनता उमड़ पड़ी है|कुछ ही क्षणों में, छत्रपति शाहू महाराज और शाही परिवार के गणमान्य व्यक्ति डूबते सूरज को देखते हुए ऐतिहासिक सीमोल्लंघन समारोह के साक्षी बनेंगे।

शाही दशहरा उत्सव: कोल्हापुर का ऐतिहासिक ऐतिहासिक सीमोल्लंघन समारोह प्रारंभ !

Royal Dussehra festival: Kolhapur's historic Seemollanghan ceremony begins!

इस साल कोल्हापुर का शाही दशहरा राज्य सरकार की मदद से मनाया जा रहा है|इस मौके पर शाही जुलूस शुरू हो गया है|वहीं ऐतिहासिक दशहरा मैदान में उत्सव प्रेमी जनता उमड़ पड़ी है|कुछ ही क्षणों में, छत्रपति शाहू महाराज और शाही परिवार के गणमान्य व्यक्ति डूबते सूरज को देखते हुए ऐतिहासिक सीमोल्लंघन समारोह के साक्षी बनेंगे। उसके बाद सोना लूटने का कार्यक्रम होगा|

पिछले नौ दिनों में करवीर निवासिनी अंबाबाई के साथ-साथ दक्कन के राजा जोतिबा के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी थी। आज विजयादशमी है| इस दिन देवी के दर्शन के साथ ही कोल्हापुर का ऐतिहासिक शाही दशहरा एक महत्वपूर्ण आयोजन होता है। मैसूर की तरह कोल्हापुर का दशहरा भी हर जगह आकर्षण का केंद्र होता है। इस साल सरकार की मदद से इसे शाही ढंग से मनाया जा रहा है| इसके लिए पालकमंत्री हसन मुश्रीफ, दिवंगत पालकमंत्री दीपक केसरकर, समन्वय समिति के मुख्य कलेक्टर राहुल रेखावार ने विशेष पहल की है|

आज शाम को श्री अंबाबाई देवी की पालकी, गुरु महाराज की पालकी और छत्रपति देवस्थान की पालकी भवानी मंडप से रवाना हुई। इस पालकी के साथ एक शाही दल भी होगा जिसमें एक झंडा उठाने वाला घोड़ा, दस घोड़ों की एक टीम, दो हाथी, एक बग्गी (अबदागिरी) होगी, उसके बाद 30 मावलों की एक टीम, 60 एथलीटों की एक टीम, 200 पहलवान होंगे। , तीन पालकियाँ और अंत में चार ऊँट। इसके साथ ही ढोल टीम, लाज़िम और धनगारी ढोल टीम की भागीदारी के साथ जुलूस में परंपरा का स्पर्श भी होता है।

नवा राजवाड़ा से दशहरा चौक की ओर जाने वाले मार्ग पर एन.सी.सी, एनएसएस, स्काउट के 2500 छात्र-छात्राओं की टीम इंतजार कर रही है|शाही जुलूस के दोनों मार्गों पर करवीर कार और पर्यटक फूलों, रंगोलियों से धनी शाहू महाराज का स्वागत किये अपनी पलकें बिछाये बैठे हैं। भवानी मंडप से दशहरा चौक तक के मार्ग पर पारंपरिक तरीके से 12 अलग-अलग मेहराब बनाए जाएंगे।

महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन विभाग और जिला योजना समिति की ओर से इस वर्ष दशहरा उत्सव के तहत 15 से 24 अक्टूबर तक सांस्कृतिक, कला और खेल क्षेत्र से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।कोल्हापुर के लोगों ने अब तक सभी कार्यक्रमों पर उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी है।
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