​परली से पंकजा मुंडे को संजय राउत की सलाह, ‘घुसपैठ हो तो पंकजा​ ​ताई…’

बीड में 20 मई, 2023 को महाप्रबोधन यात्रा का आयोजन किया गया है और इस मौके पर संजय राउत और शिवसेना की उप नेता सुषमा अंधारे बीड में प्रवेश कर चुकी हैं| इससे पहले दोनों ने परली के वैद्यनाथ मंदिर में जाकर दर्शन किए। उनके स्वागत के लिए परली विधायक धनंजय मुंडे भी मौजूद थे।

​परली से पंकजा मुंडे को संजय राउत की सलाह, ‘घुसपैठ हो तो पंकजा​ ​ताई…’

Sanjay Raut's advice to Pankaja Munde from Parli, 'If there is intrusion then Pankaja tai...'

शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत फिलहाल बीड दौरे पर हैं। बीड में 20 मई, 2023 को महाप्रबोधन यात्रा का आयोजन किया गया है और इस मौके पर संजय राउत और शिवसेना की उप नेता सुषमा अंधारे बीड में प्रवेश कर चुकी हैं| इससे पहले दोनों ने परली के वैद्यनाथ मंदिर में जाकर दर्शन किए। उनके स्वागत के लिए परली विधायक धनंजय मुंडे भी मौजूद थे। वैद्यनाथ के दौरे के बाद राउत ने पत्रकारों से विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर बातचीत की|
संजय राउत ने कहा: ‘महाराष्ट्र की राजनीति में जब भी कोई दुविधा होती है तो मुझे गोपीनाथ मुंडे की याद आती है| गोपीनाथ वार जैसे लोगों के कारण हमारा गठबंधन (शिवसेना-भाजपा) 25 साल तक चला। इस दौरान भले ही मतभेद रहे हों, लेकिन इन मतभेदों को दूर करने वालों में गोपीनाथ राव भी शामिल थे।
ठाकरे परिवार से उनके अच्छे संबंध थे। वह कहते थे कि शिवसेना और भाजपा खून के रिश्ते हैं। संजय राउत ने कहा, हमने जो भाजपा देखी है वो कहीं नजर नहीं आ रही है|हमने अटल बिहारी वाजपेयी की भाजपा, दिल्ली में लालकृष्ण आडवाणी और महाराष्ट्र में गोपीनाथ राव की भाजपा देखी।
गोपीनाथ मुंडे के नेतृत्व और विरासत पर राउत ने कहा, कई लोगों के पास विरासत है, लेकिन कोई भी उस नेतृत्व का मुकाबला नहीं कर सकता है| गोपीनाथराव की बराबरी कोई नहीं कर सकता। हम पंकजा ताई से उम्मीद करते हैं कि राजनीति में गोपीनाथराव के निडर और निडर संघर्ष से बहुत से लोग प्रेरित हुए, उनके कारण भाजपा में कई कार्यकर्ता पैदा हुए| पंकजाताई को भी ऐसा ही करना चाहिए। गोपीनाथराव जैसे नेता के संघर्ष का परिणाम है।
इस बीच पंकजा मुंडे की फैक्ट्री पर जीएसटी की मार पड़ी है| इसका जिक्र करते हुए कुछ पत्रकारों ने संजय राउत से सवाल किया कि पंकजा ताई की घुसपैठ की बात पर आप क्या प्रतिक्रिया देंगे| इस पर राउत ने कहा, अगर उनके साथ दखल दिया जा रहा है तो उन्हें निडर होकर मुंडे साहेब की विरासत के रूप में आगे आना चाहिए।
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