अशोक गहलोत पर पुनिया का हमला कहा- तो टेंपों में बैठने लायक…

अशोक गहलोत पर पुनिया का हमला कहा- तो टेंपों में बैठने लायक…
जयपुर। पंजाब कांग्रेस में उपजे विवाद के बाद छत्तीसगढ, राजस्थान में कांग्रेस सरकारों में कलेश बढ़ता ही जा रहा है। पंजाब के बाद अब राजस्थान में भी सीएम के बदलने की अटकलें जोरों पर हैं। हालांकि सीएम अशोक गहलोत ने अटकलों को नकारते हुए दावा किया है कि उनकी सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी। सीएम के इस दावे पर राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने उन पर तंज कसा है।
पूनिया ने तंज कसते हुए कहा, ‘अगर कांग्रेस अगला विधानसभा चुनाव गहलोत के नेतृत्व में लड़ती है तो राज्य विधानसभा में उसके विधायकों की संख्या शायद उतनी ही कम होगी। जितनी एक टेंपो में यात्रियों की होती है।’ प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा कि गहलोत कह रहे हैं कि वह स्वस्थ्य हो गए है,लेकिन एक बात साफ हो गई कि कांग्रेस बीमार हो जाएगी। अशोक गहलोत जी नेता के रूप में रहे या कांग्रेस का चेहरा रहें, ये बीजेपी के लिए भी अच्छा है।’ बीजेपी नेता ने कहा, ‘पिछले ढाई साल में गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में कांग्रेस की दुर्गति हुई। उसी तरह राहुल गांधी के नेतृत्व में देश में कांग्रेस की दुर्गति हुई।’
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए सतीश पूनिया ने कहा, ‘लोग मजाक में राहुल गांधी को बीजेपी का स्टार प्रचारक कहते हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस देश में नक्शे से ही गायब हो गई है। राजस्थान में कांग्रेस अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। कांग्रेस को व्यवहार और विचार से नकार दिया गया है।’ भाजपा नेता ने कहा, ‘गहलोत के नेतृत्व में लड़े जाने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का भविष्य अंधकारमय होगा। राजस्थान की जनता गुमराह होने वाली है।’ सतीश पूनिया कहा, ‘जिस तरह से बेरोजगार के साथ अन्याय हुआ, किसानों के साथ धोखा हुआ। कई मुद्दे हैं, जिसके आधार पर कांग्रेस को दूर दूर तक अस्तित्व की लड़ाई लडनी पड़ेगी। इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनके राज्य में कांग्रेस सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और अगली सरकार भी बनाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगले चुनाव में राजस्थान में सत्ता बरकरार रखेगी। बता दें कि पंजाब में सीएम बदलने के बाद वहां कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। अटकलें हैं कि पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह अपनी पार्टी लांच करेंगे। उधर छतीसगढ़ में भी सीएम पद के लिए पार्टी में कलह जारी है।
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