राजस्थान के देवली-उनियाराउपचुनाव में मतदान दरम्यान नरेश मीणा द्वारा उपजिलाधिकारी अमित कुमार चौधरी को चाटा मारने के बाद राज्य में जबरदस्त बवाल मचा हुआ है। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा को गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया। वहीं, उपजिलाधिकारी ने नरेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
पुलिस ने नरेश के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित 10 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से 8 धाराएं नए बीएनएस कानून व 2 पूर्व के आईपीसी कानून के तहत जोड़ी गई हैं। इस मामले में अजमेर रेंज आईजी ने कहा कि नरेश मीणा के खिलाफ 2 दर्जन से अधिक मुकदमे हैं, जिसमें उनकी गिरफ्तारी लंबित है। ताजा घटना के बाद से उनके खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति नष्ट करने और हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज किए गए हैं। मामले में 60 लोग और शामिल थे, उनके खिलाफ भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
पुलिस की भारी बंदोबस्त के बीच उपजिलाधिकारी को चाटा मारने वाले मुख्य आरोपी नरेश मीणा को पेशी के लिए कोर्ट ले जाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था की गयी है| ताकि उनके समर्थकों के उपद्रव को रोका जा सके हैं| इसके बावजूद उधर समरावता और अलीगढ़ कस्बे में एसटीएफ जवानों की तैनाती भी कर दी गई है। कल गिरफ्तारी के बाद नरेश मीणा को पहले टोंक और फिर वहां से पीपलू थाने में ही रखा गया ताकि किसी भी प्रकार के बवाल से बचा जा सके।
उधर उपजिलाधिकारी अमित कुमार चौधरी के समर्थन में एकजुट हुई आरएएस एसोसिएशन का पेन डाउन अब भी जारी है। यहां कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अन्य संवर्गों के कार्मिकों ने एकजुट होकर इस घटना का विरोध किया और पेन डाउन हड़ताल की। इस मौके पर जिला कलक्टर को मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस प्रकरण में आरएएस एसोसिएशन को अन्य कर्मचारी संगठनों, बार एसोसिएशन और आईएएस एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है।सरकार को इस संबंध में पुख्ता कार्रवाई करने के साथ यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।
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