स्वयंभू इस्लामिक धर्मगुरु और कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल आरोपी जाकिर नाईक धार्मिक उपदेश देने के लिए पाकिस्तान गए हैं। वह एक महीने तक पाकिस्तान में रहेंगे|इस बीच, जाकिर नाईक को पाकिस्तान में एक धर्मोपदेश कार्यक्रम के दौरान एक पश्तून लड़की द्वारा पूछे गए सवाल पर गुस्सा होते देखा गया। उन्होंने उनसे यह भी कहा, ‘आप इस्लाम पर गंभीर आरोप लगा रही हैं, तुरंत माफी मांगें।’
युवती ने जाकिर से पूछा था कि ”मैं जहां से आती हूं, वहां लोग खुद को मुस्लिम कहते हैं| लेकिन, बच्चों का यौन शोषण किया जाता है, लड़कियों को घर से बाहर नहीं जाने दिया जाता’|इस सवाल पर जाकिर नाईक असमंजस में पड़ गए|
युवती ने जाकिर नाईक से कहा, ”मैं जहां रहती हूं वहां पश्तो बोली जाती है। मैं जहां से आता हूं, वहां आसपास सिर्फ मुस्लिम समुदाय है। लेकिन, उन इलाकों में महिलाएं किसी भी जरूरी काम के अलावा घर से बाहर नहीं निकल सकतीं| हर जुम्मे के दिन (शुक्रवार) तब्लीगी जमात के लोग अलग-अलग रूप में यहां आते हैं।
हाल ही में हमारे यहां एक बड़ा तब्लीगी इज्तिमा हुआ था। हमारे क्षेत्र के लोग बहुत धार्मिक हैं। हालांकि, यह क्षेत्र भारी मात्रा में नशीली दवाओं की तस्करी वाला है, युवा नशे के आदी हैं और बच्चों का यौन शोषण किया जा रहा है। जबरन वसूली के भी कई रूप हैं, साहूकारी ऋण अधिक ब्याज लेकर दिए जाते हैं।हमारा समाज टूट रहा है| ऐसा क्यों हो रहा है कि उलेमा बच्चों का यौन शोषण करने वालों को कुछ नहीं कहते, उनमें बदलाव नहीं लाते? उलेमा बच्चों का शोषण करने वालों को क्यों नहीं समझते?”
युवती के सवाल पर क्या बोले जाकिर नाईक?: युवती का यह सवाल सुनकर जाकिर नाईक भड़क गए और बोले, ”आपने जो सवाल पूछा है, उसमें बहुत विरोधाभास है। किसी भी इस्लामी माहौल में बच्चों का यौन शोषण नहीं किया जा सकता| ये बिल्कुल संभव नहीं है| इसलिए आपको माफी मांगनी चाहिए| आपका प्रश्न मूलतः ग़लत है| आप गलत बोल रही है आपको ये स्वीकार करना होगा| आप इस्लाम पर आरोप लगा रहे हैं| तुम्हें माफी मांगनी होगी, अभी माफी मांगो|
यह भी पढ़ें –
मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात: पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत मालदीव का सबसे करीबी दोस्त’!