ऑपरेशन सिंदूर पर शशि थरूर का इनकार, कांग्रेस की आलोचनात्मक लाइन से नहीं हुए सहमत!

थरूर ने स्पष्ट कर दिया कि अगर उनसे पार्टी की आधिकारिक आलोचनात्मक लाइन का समर्थन करने की उम्मीद की जा रही है, तो वे बहस में हिस्सा नहीं ले सकते।

ऑपरेशन सिंदूर पर शशि थरूर का इनकार, कांग्रेस की आलोचनात्मक लाइन से नहीं हुए सहमत!

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कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद में पार्टी की ओर से बोलने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के अनुसार थरूर पार्टी की मौजूदा आलोचनात्मक लाइन से सहमत नहीं हैं और उन्होंने साफ कहा कि वे पहले भी इस सैन्य अभियान को सफल मानते रहे हैं और अब भी उसी रुख पर कायम रहेंगे।

रिपोर्ट के अनुसार लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के कार्यालय और कांग्रेस के डिप्टी लीडर ने थरूर से अनुरोध किया था कि वे संसद के मानसून सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पार्टी का पक्ष रखें। लेकिन थरूर ने स्पष्ट कर दिया कि अगर उनसे पार्टी की आधिकारिक आलोचनात्मक लाइन का समर्थन करने की उम्मीद की जा रही है, तो वे बहस में हिस्सा नहीं ले सकते।

जानकारी के अनुसार, थरूर ने पार्टी नेतृत्व से कहा कि वह अपने पूर्व बयानों के अनुरूप ही बोलना चाहेंगे। जब उन्हें बताया गया कि पार्टी लाइन से हटकर बोलना संभव नहीं होगा, तो उन्होंने चर्चा से अलग रहने का फैसला किया। गौरतलब है कि संसद के मानसून सत्र में आज ‘पहालगाम आतंकी हमला’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बहस होनी है। हालांकि, सत्र के पहले हफ्ते में बार-बार के व्यवधानों के चलते यह बहस अब तक शुरू नहीं हो सकी थी।

आज दोनों सदनों में सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से वरिष्ठ नेताओं को बहस के लिए मैदान में उतारा जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, तेजस्वी सूर्या, संजय जायसवाल, अनुराग ठाकुर और टीडीपी तथा अन्य दलों के नेता बोलेंगे। वहीं कांग्रेस की सूची के अनुसार, आज लोकसभा में चर्चा की शुरुआत गौरव गोगोई करेंगे, उनके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा, दीपेन्द्र हुड्डा, प्रणीति शिंदे, सप्तगिरी उलक और बिजेन्द्र ओला बोलेंगे। नेता विपक्ष राहुल गांधी कल इस विषय पर बोलने वाले हैं।

शशि थरूर का इस बहस से अलग रहना कांग्रेस के भीतर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर मतभेदों की ओर भी इशारा करता है। यह उस समय सामने आया है जब पार्टी सरकार पर इस सैन्य अभियान के संचालन को लेकर निशाना साध रही है।

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