शिंदे देशद्रोही नहीं, खुद्दार है, शिंदे के खून में कोई बेईमानी नहीं​ ​​- ​CM ​एकनाथ शिंदे ​

मुख्यमंत्री ​​एकनाथ शिंदे ने कहा कि ये शिंदे देशद्रोही ​और​​ स्वार्थी​ नहीं है, शिंदे के खून में कोई बेईमानी नहीं है, हम आपकी तरह सत्ता के लोभी नहीं हैं​|

शिंदे देशद्रोही नहीं, खुद्दार है, शिंदे के खून में कोई बेईमानी नहीं​ ​​- ​CM ​एकनाथ शिंदे ​

Shinde is not a traitor, he is proud, there is no dishonesty in Shinde's blood - CM Eknath Shinde

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि देश को लूटने वाली और मुंबई में बम विस्फोट करने वाली कांग्रेस केवल सत्ता के लिए है​|मोदी ने कश्मीर से अनु​​च्छेद 370 हटाया, रा​​म मंदिर किसने बनवाया,बाला साहेब का सपना किसने पूरा किया,उनके साथ जाने का हमारा रुख गलत कैसे है?​ ​एकनाथ शिंदे ने कहा कि ये शिंदे देशद्रोही और​​ स्वार्थी​ नहीं है, शिंदे के खून में कोई बेईमानी नहीं है, हम आपकी तरह सत्ता के लोभी नहीं हैं​|

​मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खेड़ गांव के शूटिंग ग्राउंड में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे|कुछ दिन पहले इसी मैदान में उद्धव ठाकरे ने सभा की थी। उस समय उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की आलोचना की थी। अब एकनाथ शिंदे ने उसी मैदान से उद्धव ठाकरे को जवाब दिया है।

​कोंकण के लोग बाला साहेब से प्यार करते थे : एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने पहले कहा था कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उसके बाद वह यह कहते हुए मुख्यमंत्री बन गए कि पवार ने उन्हें बनाया। बहुत अच्छा, लेकिन फिर आपने हिंदुत्व की भूमिका छोड़ दी। बालासाहेब के विचार को किनारे रख दिया गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि कोंकण के लोग बाला साहेब से प्यार करते थे, उनके विचार का समर्थन करते थे, हम उसी विचार को आगे बढ़ा रहे हैं, इसलिए कोंकण हमारे साथ है|​ ​उन्होंने यह भी कहा कि कोंकण के सभी सिपाही हमारे साथ हैं इसलिए हमें किसी को जवाब नहीं देना है।

बालासाहेब के विचारों को संकुचित कर दिया : एकनाथ शिंदे ने कहा कि आपने देशद्रोही के रूप में चाहे जितने पाप किए हों, आपने बालासाहेब के विचारों को संकुचित कर दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते मैदान में धमाकों की झड़ी लग गई थी। मैं उसका उत्तर देने नहीं आया हूं। वही बात है? यह वही खेल है, लेकिन स्थल बदल गया है। उनके खेल पूरे महाराष्ट्र में सर्कस की तरह होंगे। बॉक्स और गद्दार दो शब्द हैं। इसके अतिरिक्त कोई तीसरा शब्द नहीं है। इसलिए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जवाब देने का कोई मतलब नहीं है।
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एकनाथ शिंदे ने कहा​ : आज की सभा में भीड़ देखकर उन्होंने एक सवाल किया होगा|कोंकणी ने बाला साहेब से प्यार किया है|उनके पीछे कोंकणी आदमी है|आज भी ये कोंकणी आदमी उनके विचारों के पीछे है|​​ इसलिए हमें जवाब देने की जरूरत नहीं है|अब कोंकणी मानुष​​ ऊपर से सख्त​​​​ है, लेकिन अंदर से कोमल है। एक बार जब वह अपना वचन देता है, तो वह पीछे नहीं हटता।
​मेरे साथ कोंकण के नागरिक हैं : कोंकण के विधायकों ने मेरा साथ दिया, मैं उनका शुक्रगुजार हूं। अगर शिवसेना के विधायकों ने उनके रुख का समर्थन नहीं किया होता तो बात कुछ और होती। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके पिता ने हमें बताया कि जब हमारा घर जलाया गया तो कोंकण के भाइयों ने हमारा साथ दिया|
2019 में हुआ विश्वासघात: हमने नहीं किया विश्वासघात, आपने 2019 में किया विश्वासघात, सत्ता के लिए बालासाहेब के विचार से की बेईमानी उसने यह भी कहा कि वह मुंबई में बम धमाकों को अंजाम देने वालों की गोद में बैठे थे| एकनाथ शिंदे ने कहा, ”सबको पता है कि उन्होंने सत्ता के लिए क्या किया| उन्होंने शिवसेना को कांग्रेस-राष्ट्रवादी पार्टी से संबंध बनाया|हमने उसका समाधान किया|हम उन लोगों के साथ गए जिनके साथ हमने चुनाव लड़ा|हमने हिंदुत्व पर लगे दाग को मिटाने का काम किया|
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