जिला पंचायत चुनाव घोषित होने से परेशानी में सत्ता पक्ष,चेहरा बचाने इस्तीफे की पेशकश कर रहे कांग्रेसी मंत्री
मुंबई। राज्य चुनाव आयोग द्वारा धुले, नंदुरबार, अकोला, वाशिम और नागपुर जिला परिषदों और पंचायत समितियों के उपचुनावों घोषित किये जाने के बाद राज्य की राजनीति गर्मा गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा ओबीसी आरक्षण पर रोक के बाद हो रहे उपचुनाव से राजनीतिक दल मुश्किल में हैं जबकि चुनाव आयोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना चाह रहा। इस बीच ओबीसी समाज की नाराजगी से बचने के लिए कांग्रेस नेता और राज्य के राहत एवं पुनर्वास राज्य मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि लोग चाहे तो इस्तीफ़ा देने को तैयार हैं।
5 जिला परिषद और पंचायत समिति उपचुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद अब ओबीसी आरक्षण को लेकर विपक्ष और सत्ताधारी दल आमने-सामने आ गए हैं। राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने आज इस पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन स्थितियों पर डेटा एकत्र करने के लिए काम करने जा रहे हैं। हम इस पर भी विचार कर रहे हैं कि क्या अध्यादेश लाकर इन चुनावों को स्थगित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि न केवल इसका कोई रास्ता निकाला जाए, बल्कि सभी दलों को चुनाव में ओबीसी उम्मीदवारों को मैदान में उतारना चाहिए। हालांकि मंत्री इसके लिए भाजपा को दोषी ठहराना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि अगर मेरे इस्तीफे से समस्या का समाधान हो जाता है, तो मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। यह मुद्दा केवल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उठाया जा रहा है और राज्य के लोग इससे अवगत हैं।”