नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए पार्टी द्वारा आवेदन दाखिल नहीं करने के बावजूद कांग्रेस डॉ. सुधीर तांबे के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई। घटना के बाद पार्टी नेताओं से बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया है। इसके बाद कांग्रेस नेता डॉ. सुधीर तांबे ने अपने खिलाफ निलंबन की कार्रवाई पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। सुधीर तांबे ने कहा, “मैं बचपन से ही कांग्रेस पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता रहा हूं। मैं कार्रवाई को समझता हूं। हालांकि, जब तक मामले की जांच नहीं हो जाती, मैं कुछ नहीं कहना चाहता।”
सुधीर तांबे को पार्टी विरोधी रुख अपनाकर अनुशासन भंग करने के आरोप में कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी की मंजूरी से अनुशासन समिति ने निलंबित कर दिया है। बताया जाता है कि उनके खिलाफ जांच लंबित है। कांग्रेस ने सुधीर तांबे के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई का पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी है। भले ही कांग्रेस ने सुधीर तांबे को एबी फॉर्म दिया, लेकिन उन्होंने अपना नामांकन दाखिल नहीं किया और अपने बेटे सत्यजीत तांबे को निर्दलीय के रूप में दाखिल करने में मदद की। इससे राजनीतिक गलियारों में सनसनी मच गई। बता दें कि डॉ. सुधीर तांबे को कांग्रेस ने नामित किया था। जबकि सत्यजीत तांबे ने बयान दिया कि वह बीजेपी को सपोर्ट करेंगे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने तल्ख प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि तांबे के पिता पुत्रों ने पार्टी के साथ बड़ी डील की है।
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