देश की पहली ‘वंदे मेट्रो’ का उद्घाटन से पहले बदला गया नाम ‘नमो भारत रैपिड रेल’!

देश के अलग-अलग हिस्सों में 'वंदे भारत' एक्सप्रेस शुरू हो गई है. महाराष्ट्र में 'वंदे भारत' की कुल संख्या 11 है| 'वंदे भारत' की तरह वंदे मेट्रो रेल भी गेम चेंजर साबित होगी।

देश की पहली ‘वंदे मेट्रो’ का उद्घाटन से पहले बदला गया नाम ‘नमो भारत रैपिड रेल’!

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश की पहली ‘वंदे मेट्रो’ ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। वंदे मेट्रो गुजरात में भुज और अहमदाबाद के बीच चलेगी| उद्घाटन से कुछ घंटे पहले इस ट्रेन का नाम बदलकर ‘नमो भारत रैपिड रेल’ कर दिया गया| कैसी है भारत की सबसे नई वंदे मेट्रो रेल?

क्या है रूट?: भुज-अहमदाबाद वंदे मेट्रो नंबर 94802 है। यह मेट्रो भुज से सुबह 5:05 बजे रवाना होगी|यह सुबह 10:50 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी| दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी पूरी करने में 5 घंटे 45 मिनट का समय लगेगा|

अहमदाबाद से भुज तक वंदे मेट्रो का नंबर 94801 है|यह मेट्रो अहमदाबाद से शाम 5:30 बजे रवाना होगी और रात 11:10 बजे भुज पहुंचेगी| वंदे मेट्रो इस रूट पर कुल 9 जगहों पर रुकेगी|यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलेगी|भुज-अहमदाबाद (94802) वंदे मेट्रो रविवार को नहीं चलेगी, जबकि अहमदाबाद-भुज (94801) वंदे मेट्रो शनिवार को नहीं चलेगी।

कितने का है टिकट?: वंदे मेट्रो का न्यूनतम टिकट 30 रुपये का है। पूरी यात्रा का टिकट 455 रुपये का है| ‘वंदे मेट्रो’ देश के ग्रामीण इलाकों को जोड़ने का काम करेगी| आम यात्रियों को ध्यान में रखते हुए इस ट्रेन का टिकट मुंबई की एसी लोकल से कम रखा गया है।

वंदे मेट्रो को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेगी। लेकिन इसकी स्पीड 100 से 150 किमी प्रति घंटा होगी|छोटे से गांव से महानगर तक काम के सिलसिले में आने-जाने वाले लोगों के लिए वंदे मेट्रो बहुत उपयोगी है।

क्या हैं सुविधाएं?: वंदे मेट्रो को आरामदायक सीटों के साथ पूरी तरह से वातानुकूलित कोचों के साथ डिजाइन किया गया है। यहां बैठने की व्यवस्था पारंपरिक मेट्रो की तुलना में अधिक उन्नत है। वंदे मेट्रो अधिकतम 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी| यह गति तेज़ यात्रा के साथ शीघ्र रुकने के लिए उपयोगी होगी।इससे यात्रियों को अपने निर्धारित गंतव्य तक जल्दी पहुंचने में मदद मिलेगी। 

वंदे मेट्रो दुर्घटना बचाव कवर (कवच) तकनीक, आग का पता लगाने वाली प्रणाली, आपातकालीन रोशनी और एयरोसोल-आधारित आग दमन से सुसज्जित है। वंदे मेट्रो में कुल 12 कोच हैं और यात्री क्षमता 1,150 है। शहरी मेट्रो की तरह इसमें लचीले दरवाजे, धूल रहित और बारिश रोधी डिब्बे हैं। वंदे मेट्रो में विकलांगों के अनुकूल शौचालय, भोजन सेवा, चार्जिंग सॉकेट, सीसीटीवी और किसी भी आपात स्थिति में ड्राइवर के साथ संवाद करने के लिए एक टॉक-बैक सिस्टम भी शामिल है।

वंदे मेट्रो बनेगी गेम चेंजर: भारतीय रेलवे का चेहरा बदलने वाली ‘वंदे भारत’ एक्सप्रेस अब यात्रियों के लिए परिचित हो गई है। देश के अलग-अलग हिस्सों में ‘वंदे भारत’ एक्सप्रेस शुरू हो गई है. महाराष्ट्र में ‘वंदे भारत’ की कुल संख्या 11 है| ‘वंदे भारत’ की तरह वंदे मेट्रो रेल भी गेम चेंजर साबित होगी। खासकर छोटे शहरों के लिए यह मेट्रो ज्यादा उपयोगी होगी|

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