नई संसद के उद्घाटन पर राज ठाकरे की पहली प्रतिक्रिया, कहा- ‘समारोह में विवाद…’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भवन का उद्घाटन किया और इस आयोजन के भव्य समारोह को देश की जनता ने भी देखा। नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना थी, जो आज पूरी हो गई है।

नई संसद के उद्घाटन पर राज ठाकरे की पहली प्रतिक्रिया, कहा- ‘समारोह में विवाद…’

Raj Thackeray's first reaction on the inauguration of the new Parliament, said- 'Controversy in the ceremony...'

दिल्ली में नए संसद भवन का आज उद्घाटन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भवन का उद्घाटन किया और इस आयोजन के भव्य समारोह को देश की जनता ने भी देखा। नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना थी, जो आज पूरी हो गई है। इस भवन के कार्य के लिए मोदी जी ने स्वयं भूमिपूजन किया था और आज उन्होंने स्वयं इस भवन का उद्घाटन किया। इसका विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध किया था।
देश के 20 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। अधिकांश विपक्षी दलों ने मांग की कि इस भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाना चाहिए।
कुछ विपक्षी दलों ने तर्क दिया है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस स्मारक का उद्घाटन करना चाहिए। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने इस आयोजन के लिए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को साधारण सा निमंत्रण भी नहीं दिया। इसलिए विपक्षी दलों की ओर से इस समारोह का कड़ा विरोध हुआ। लेकिन शासकों ने विपक्षी दलों की मांगों और उनके विरोधियों को नहीं माना।
इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने नई संसद के उद्घाटन पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है​| राज ठाकरे ने एक ट्वीट किया है|​​ इसमें उन्होंने कहा है कि आज देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया|​ ​संसद भवन देश में लोकतंत्र का स्तंभ है, नए भवन में इसकी वैधता और गंभीरता को जीवित रहने दें। यह समारोह बेहद विवादास्पद रहा, यह न होता तो बेहतर होता। वैसे भी, इस वास्तु के निर्माण के लिए और लोकतंत्र को संरक्षित करने के लिए आज तक काम करने वाले सभी को हार्दिक बधाई, जिसका यह वास्तु प्रतीक है। भारतीय लोकतंत्र अमर रहे।
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