​शिक्षा मंत्री ने बताया ​इसी साल ‘एक रंग एक वर्दी’ ​की होगी ​नीति लागू​ !

हालांकि कुछ स्कूलों ने इस फैसले से पहले कपड़े मंगवाए हैं, इसलिए तीन दिन सरकारी योजना की यूनिफॉर्म और तीन दिन स्कूल द्वारा निर्धारित यूनिफॉर्म का उपयोग छात्र करेंगे, यह जानकारी स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने दी है|

​शिक्षा मंत्री ने बताया ​इसी साल ‘एक रंग एक वर्दी’ ​की होगी ​नीति लागू​ !

Education Minister told that the policy of 'one color one uniform' will be implemented this year

राज्य सरकार एक राज्य एक वर्दी की योजना को इसी शैक्षणिक वर्ष (नया शैक्षणिक वर्ष) से लागू करने की तैयारी कर रही है। इस साल से प्रदेश के हर सरकारी स्कूल के छात्र एक जैसी यूनिफॉर्म में नजर आएंगे। सभी सरकारी स्कूलों में अब एक ही यूनिफॉर्म लागू होगी। हालांकि कुछ स्कूलों ने इस फैसले से पहले कपड़े मंगवाए हैं, इसलिए तीन दिन सरकारी योजना की यूनिफॉर्म और तीन दिन स्कूल द्वारा निर्धारित यूनिफॉर्म का उपयोग छात्र करेंगे, यह जानकारी स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने दी है|
प्रदेश में इसी साल ‘एक रंग एक वर्दी’ नीति लागू की जाएगी। नया शैक्षणिक वर्ष 15 जून से शुरू हो रहा है। स्कूल शुरू होने में सिर्फ एक महीना बचा है, शिक्षा विभाग ने अभी तक राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के लिए ‘एक रंग एक वर्दी’ नीति के संबंध में आधिकारिक निर्णय की घोषणा नहीं की है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने 11 मई को स्कूल प्रबंधन व अधिकारियों के साथ बैठक कर इसकी जानकारी दी है| अब निजी स्कूलों को भी सोचना होगा|

इस संबंध में शिक्षण संस्थानों के साथ बैठक की जाएगी। उन्हें मुफ्त किताबें और यूनिफॉर्म भी दी जाएगी। वर्दी बनाने के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है। इस वर्दी के पीछे कोई आर्थिक मकसद नहीं है। गलतफहमी हो रही है। जिसे भी इसका ठेका मिलेगा वह इसमें भाग ले सकता है। इसमें किसी कंपनी की मिलीभगत नहीं है। केसरकर ने यह भी कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण कपड़े और जूते मिलेंगे और राज्य के सरकारी स्कूलों के प्रति बच्चों का आकर्षण बढ़ेगा।

सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में सिंगल यूनिफॉर्म पर विचार: कौन सी यूनिफॉर्म मंगवाएं क्योंकि आपको यूनिफॉर्म का रंग नहीं पता? स्कूल प्रशासन का यह सवाल था। आखिरकार शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है। गणवेश के लिए वित्तीय वर्ष मई में जिला स्तर पर शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से पहले प्राप्त किया जाता है और छात्र संख्या के आधार पर स्कूलों को वितरित किया जाता है। फिर स्कूल प्रबंधन कपड़ा खरीदता है और छात्रों के कपड़ों का नाप लेता है और उन्हें वर्दी सिलने का आदेश देता है। शिक्षा विभाग ने नए शैक्षणिक वर्ष में सभी सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों में एक ही यूनिफार्म रखने का निर्णय लिया है।
स्कूल प्रबंधन की ओर से मांग की गई कि राज्य के सरकारी स्कूलों में एक ही यूनिफॉर्म होने पर इस संबंध में तत्काल आधिकारिक निर्णय लिया जाए|अंतत: यह फैसला इसी साल लागू हो जाएगा। स्कूलों में यूनिफॉर्म को लेकर कोई भ्रम न हो, इसके लिए आधिकारिक सर्कुलर जारी कर इस संबंध में जानकारी स्कूलों को दी जाएगी।
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