पत्रकार शुभांकर मिश्रा का बहुचर्चित पॉडकास्ट सोशल मीडिया पर हमेशा सुर्खियां बटोरता रहता है। दरम्यान शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट में यूपीए सरकार के कार्यकाल के दरम्यान भारत के गृहमंत्री रह चुके सुशील कुमार शिंदे अपनी ही ‘भगवा आतंकवाद’ संज्ञा से मुंह छिपाते दिखाई दिए है।
पॉडकास्ट के दरम्यान शुभांकर ने जब उन्हें पूछा की जब भी सुशीलकुमार शिंदे का नाम लिया जाता है तब सभी को ‘भगवा आतंकवादी’ संज्ञा सामने आती है, आज आप रिटायर हो और पिछे मुड़कर देखते तो क्या आपको लगता है वोसंज्ञा सही थी। जिस पर सुशीलकुमार शिंदे असहज होते दिखे। सुशीलकुमार शिंदे ने कहा की, देखिए जो रेकॉर्ड में जो आया था उस वक्त वो हमने बतया था, वो हमने पार्टी में बताया था, पुब्लिक में नहीं। हमने पार्टी में बोला था की आतंकवाद हो रहा है, उसके बाद हमने नहीं बोला है। यह प्रश्न पार्लियामेंट में पूछा गया था तो उसका कुछ जिक्र नहीं किया था।
‘यह ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द पूछने पर हमने बताया था। लेकिन, सच कहूं तो यह शब्द लगाना नहीं चाहिए। भगवा टेररिस्ट ऐसा नहीं होना चाहिए पार्टी की विचारधारा होती है, चाहे भगवा हो चाहे कुछ हो ऐसा आतंकवाद नहीं होता है।’ ऐसा कहते हुए पूर्व कांग्रेस नेता सुशीलकुमार शिंदे ने आतंकवाद के सामने भगवा शब्द लगाना गलत है इसकी ओर इशारा किया है। जब एक बड़ा सेक्शन सुशिलकुमार शिंदे से इस संज्ञा के कारण नाराज है बताया गया, तो उन्होंने इस बात को दोहराया की उन्होने जो रेकॉर्ड पे आया था उसे पार्टी के लोगों के बीच कहा था।
जिसके बाद सोशल मीडिया पर फिर एक बार हिंदूत्व मत के अकाउंट्स ने सुशीलकुमार शिंदे की आलोचना करना शुरू किया है। इन अकाउंट्स ने कहा है की, एक तरफ जहां सुशीलकुमार शिंदे स्वयं मान रहें है भगवा आतंकवाद संज्ञा गलत है वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कांग्रेस पार्टी के रेकॉर्ड पर इस संज्ञा को लिया गया था। इस से यही सिद्ध होता है की कांग्रेस पार्टी ने ही भगवा आतंकवाद की संज्ञा को उछाला था।
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अपने कार्यकाल में कश्मीर में जाने को लेकर सुशीलकुमार शिंदे ने “…मेरी फट रही थी” इस बयान को लेकर जब पूछा पूछा गया तो उन्होंने कहा की वो जोक कर रहे थे, लेकिन भाजपा ने जोक का इस्तेमाल राजकीय लीवरेज हासिल करने के लिए किया है, जबकी में कश्मीर में गया था तब लोग मुझसे मिले थे मेरा सम्मान किया था।