यूपी फतह के लिए बीजेपी का ये है खास प्लान, जाने गांवों पर क्यों है फोकस? 

यूपी फतह के लिए बीजेपी का ये है खास प्लान, जाने गांवों पर क्यों है फोकस? 
मुंबई /लखनऊ। उत्तर प्रदेश फतह करने के लिए बीजेपी कमर कस चुकी है। 2022 के प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का आला कमान और संघ  लगातार मंथन कर रहा है। हालांकि ,भाजपा की लगातार हो रही बैठक पर विपक्ष भी नजरें गड़ाए बैठा हुआ। उधर,उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्या इस 300 सीट जीतने का दावा कर चुके हैं।संभव है इस बार उसी तैयारी को लेकर मंथन और विमर्श में लगी हुई है।
भाजपानीत उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने क्राइम पर रोक लगाई है वह काबिले तारीफ है। योगी सरकार ने जिस तरह से राज्य और केंद्र की योजनाओं का क्रियावन्य किया और उन्हें जन -जन तक पहुंचाया भाजपा की दूरदृष्टि का परिचायक है।अब भाजपा सरकार और भाजपा के संगठन के प्रवक्ताओं और मीडिया कोऑर्डिनेटर के  बीच आपसी समझ को विकसित करने जोर दिया गया। वहीं, लगातार हो रही बैठकों में सरकार के कामकाज का भी फीडबैक लिया जा रहा है। जिसकी एक रिपोर्ट बना कर दिल्ली भेजी जा सके।
इसी सिलसिले में बुधवार को लखनऊ स्थित भाजपा मुख्यालय पर बैठक आयोजित की गई जिसमें राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष,मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, ब्रजेश पाठक, स्वाति सिंह, मोहसिन रजा, आशुतोष टंडन, एमएलए नीरज बोरा, बुक्कल नवाब और सांसद कौशल किशोर सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी बैठक में मौजूद रहे।मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव ने सरकार और संगठन के प्रवक्ताओं के साथ बैठक की है।
यह बैठक सरकार और संगठन में समन्वय पर चर्चा की। बैठक में सरकार और संगठन के कामों और योजनाओं को बेहतर ढंग से मीडिया तक पहुंचाने की रणनीति बनी। बीएल संतोष ने यूपी सरकार के मंत्रियों को विभागीय कामकाज में सुधार को कहा है। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राज्य और केंद्र  सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को सही व्यक्ति तक पहुंचाने को कहा गया है। संतोष से मंगलवार को मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, डा. महेंद्र सिंह, सिद्धार्थनाथ सिंह, श्रीकांत शर्मा, सतीश द्विवेदी, अनिल राजभर, अशोक कटारिया रहे। मंत्रियों से उन्होंने अलग-अलग बंद कमरे में बातचीत की। उनके विभाग से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं के बारे में सवाल पूछे तो उनके क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं के बारे में जाना।
300 सीट जीतने का दावा 
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने राष्ट्रीय महामंत्री संगठन के साथ मुलाकात के बाद कहा की इस बार भी  उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 300 सीटें जीतेंगे। कि 2017 के विधानसभा चुनावों में तत्कालीन उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रहते हुए  केशव मौर्या ने यही नारा दिया था। चर्चा है कि मौर्या को एक बार फिर प्रदेश की कमान मिल सकती है। वहीं, स्वतंत्र देव सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। वहीं आईएएस एके शर्मा को उपमुख्यमंत्री का पद मिलेगा। राष्ट्रीय महामंत्री संगठन ने विधानसभा चुनाव-2022 के लिए गंभीरता से जुटने का आह्वान किया। वहीं जिलों खासतौर पर गांवों व कस्बों में पार्टी के कामकाज और विधायकों व सांसदों की छवि में सुधार के लिए ज्यादा से ज्यादा सेवा कार्य करने की भी रणनीति बनाई गई।
पार्टी की जमीन पर कार्य करने वाले जन नेताओं पर भी नजर टिकी हुई है। पार्टी गांवों को खास तवज्जो दे रही है।पार्टी चाहती है कि केंद्र की नीतियों को गली मोहल्लों तक पहुंचाया जाय। वैसे भी किसानों में पीएम मोदी की छवि बनी हुई है।गांवों में भाजपा की इमेज अच्छी मानी जा रही है, लोग भाजपा से खुश  बताये जा रहे हैं। खासकर केंद्र की योजनाओं का गांवों में पहुंच अच्छी है। जैसे उज्जवल योजना, किसानों से जुड़ी योजनाएं , जनधन योजना का गांवों में अच्छा प्रभाव देखा जा रहा है।भाजपा ने हाल में हुए पंचायत चुनाव में लड़े लोगों पर भी नजर रखी हुई है।साथ ही पार्टी छोड़ने वाले लोगों को मनाने की कोशिश की जा रही है।
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