झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 38 सीटों पर बुधवार शाम पांच बजे तक 68 फीसदी मतदान हुआ| 12 जिलों के 14 हजार 218 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हुआ| राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले ‘इंडिया‘ गठबंधन का मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से है। दो संस्थानों को छोड़कर,अधिकांश चुनाव-पश्चात एग्जिट पोल ने राज्य में सत्ता हस्तांतरण की भविष्यवाणी की है।
विभिन्न एग्जिट पोल में राजग (एनडीए) को 40 से लेकर 53 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, जबकि झामुमो नीत आईएनडीआईए (इंडिया गठबंधन) को 25 से 40 सीटें मिलने का अनुमान है। सिर्फ एक एग्जिट पोल में झामुमो नीत आईएनडीआईए को 53 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है।
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने राज्य में सत्ता में फिर से वापसी का दावा किया है। महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि झामुमो के नेतृत्व में गठबंधन 50 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगा। राज्य की जनता ने हेमंत सरकार को ऐतिहासिक जनादेश दिया है। भाजपा के नफरत की राजनीति को राज्य की जनता ने पूरी तरह नकार दिया है।
चुनाव बाद हुए एग्जिट पोल सर्वे औसत देखें तो अनुमान है कि भाजपा राज्य में 45 सीटें जीतेगी| इन परीक्षणों का अनुमान है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ेगा। भाजपा ने राज्य में प्रचार के दौरान सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधा था|
वहीं, घुसपैठ की समस्या को केंद्र में रखते हुए प्रचार में हिंदुत्व का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया| पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्य थे, चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने राज्य में आदिवासी समुदाय की आबादी में बदलाव का आरोप लगाकर विपक्षी भारत अघाड़ी के लिए चुनौती खड़ी कर दी है|
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