बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के प्रति आक्रामक रुख अपनाने वाले भाजपा नेता किरीट सोमैया ने बड़ा दावा किया है। भिवंडी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में एक हजार से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों ने जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है। किरीट सोमैया ने कहा है कि दो लाख बांग्लादेशी-रोहिंग्याओं ने महाराष्ट्र में जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है। किरीट सोमैया ने भिवंडी तहसीलदार कार्यालय का दौरा करने के बाद यह जानकारी दी।
उन्होंने आगे कहा, “एक और बात जो मेरे ध्यान में आई है, वह यह है कि इस वर्ष तहसीलदार को जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का अधिकार दिया गया है।” लेकिन पिछले दो-चार वर्षों में कुछ ग्राम पंचायतें ऐसी हुई हैं जिनमें खोनी महापोली और पडघा-बोरीवली की स्थापना हुई है। ऐसी ग्राम पंचायतों से बड़ी संख्या में अवैध रूप से जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्वयं ऐसे मामलों पर ध्यान दिया है।
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किरीट सोमैया ने स्पष्ट किया कि जब तक मंत्रालय से स्पष्टीकरण नहीं आ जाता, तब तक यहां कोई नया साक्ष्य नहीं दिया जाएगा। 50 और 60 की उम्र के लोग आवेदन कर रहे हैं, लेकिन इतने सालों से ऐसा कहां हो रहा है और लिए गए सारे सबूत फर्जी हैं। इसलिए जो लोग प्रमाण पत्र देने वाले हैं, जो लोग प्रमाण पत्र देने के लिए तैयार हैं, उन सबकी जांच की जाएगी। किरीट सोमैया ने कहा कि इस तरह के घोटाले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।