ठाकरे ने ​विधान परिषद में पेश किया गया मताधिकार से वंचित करने का प्रस्ताव…​!​

सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के नेताओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के चाय तक परहेज किया।

ठाकरे ने ​विधान परिषद में पेश किया गया मताधिकार से वंचित करने का प्रस्ताव…​!​

Thackeray presented in the Legislative Council the proposal to deprive the franchise...!

राज्य विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने एकनाथ शिंदे को करारा झटका दिया है|एक तरफ तो यह स्थिति है कि ठाकरे गुट के सांसदों के खिलाफ अधिकारों से वंचित करने का प्रस्ताव दायर किया जाएगा, वहीं विधान परिषद में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ अधिकारों से वंचित करने का प्रस्ताव पेश किया गया है|​ ​

विपक्षी दलों के नेता : इस वजह से ठाकरे गुट ने एकनाथ शिंदे को दुविधा में डाल दिया है|​​ ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यह बयान देकर अच्छा करेंगे कि ​​विपक्षी दलों के नेता देशद्रोहियों के साथ चाय पीने से परहेज करते हैं। सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के नेताओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के चाय तक परहेज किया।

राज्य का बजट​ : सत्र शुरू होने से पहले सत्ताधारी पार्टियों ने चाय पार्टी का आयोजन किया| विपक्षी दलों ने इसका बहिष्कार किया। इसलिए चाय से परहेज करने पर विपक्षी दलों की आलोचना की| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आलोचना करते हुए बयान दिया था कि वे देशद्रोहियों के साथ चाय से परहेज करते हैं|​​ इसको लेकर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने अधिकारों से वंचित करने का प्रस्ताव दाखिल किया है|​ ​

नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने विधान परिषद उपाध्यक्ष नीलम गोरहे को शिकायत सौंपी है। दरअसल, इस दिन भाजपा के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायकों ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर संजय राउत के खिलाफ अधिकारों के हनन का मामला दर्ज करने की मांग की थी|​ ​

तुरंत गिरफ्तार करने की बात : संजय राउत ने एकनाथ शिंदे और 40 विधायकों की आलोचना करते हुए उन्हें चोर बताया। उस पर बाद में संजय राउत ने सफाई दी, लेकिन उसके चलते दोनों सदनों में अधिकारों के हनन को लेकर बड़ा भ्रम पैदा हो गया|शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस और अन्य नेताओं के साथ भाजपा ने संजय राउत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।अधिकारों के हनन का मामला दर्ज कर तुरंत गिरफ्तार करने की बात भी कही गई है।
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