रूस की राजधानी मॉस्को मंगलवार (11 मार्च) को अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमले का शिकार बनी। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में कुल 337 यूक्रेनी ड्रोन गिराए गए, जिनमें से 91 ड्रोन मॉस्को क्षेत्र में और 126 कुर्स्क क्षेत्र में मार गिराए गए।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। इस हमले के कारण मॉस्को के एयरपोर्ट बंद कर दिए गए और दर्जनों उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। यह ड्रोन हमला ऐसे समय हुआ जब यूक्रेनी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल संभावित शांति वार्ता के लिए सऊदी अरब में अमेरिकी दल से मुलाकात करने की तैयारी कर रहा था। दूसरी ओर, रूस ने भी अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। रिपोर्टों के अनुसार, रूसी सेना अब कुर्स्क क्षेत्र में हजारों यूक्रेनी सैनिकों को घेरने की कोशिश कर रही है।
मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा, “हमारी हवाई सुरक्षा प्रणाली पूरी तरह सक्रिय है। मॉस्को पर अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमले को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया है।”
मॉस्को क्षेत्र के गवर्नर आंद्रेई वोरोब्योव ने बताया कि इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। उन्होंने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि हमले में एक अपार्टमेंट को भी नुकसान पहुंचा है और खिड़कियां पूरी तरह टूट गईं।
वोरोब्योव के अनुसार, रामेंस्कोय जिले में एक बहुमंजिला इमारत को खाली कराना पड़ा, जो क्रेमलिन से लगभग 50 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। हालांकि, मॉस्को शहर में दहशत का कोई बड़ा संकेत नहीं देखा गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, लोग सामान्य रूप से अपने कार्यस्थलों की ओर जाते हुए देखे गए।
रूसी विमानन विभाग ने हमलों के बाद मास्को के सभी चार हवाई अड्डों पर उड़ानों को निलंबित कर दिया। इसके अलावा, यारोस्लाव और निज़नी नोवगोरोड क्षेत्रों में स्थित दो अन्य हवाई अड्डों को भी सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। दरम्यान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे यूक्रेन में शांति स्थापित करना चाहते हैं, लेकिन कुर्स्क में रूस के बड़े हमले और मॉस्को पर यूक्रेन के ड्रोन हमले से यह युद्ध और गंभीर होता जा रहा है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि रूस ने मॉस्को और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर मजबूत सुरक्षा व्यवस्था बना ली है। मॉस्को के केंद्रीय इलाके क्रेमलिन तक पहुंचने से पहले ही ड्रोन को मार गिराने के लिए हवाई सुरक्षा की एक जटिल प्रणाली विकसित की गई है। हालांकि, यूक्रेनी सेना भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। रूस द्वारा लगातार किए जा रहे ड्रोन हमलों के जवाब में यूक्रेन ने बार-बार रूस पर ड्रोन हमले करने की रणनीति अपनाई है।