मराठा समुदाय के लिए तत्काल कुनबी प्रमाण पत्र की मांग को लेकर एक बार फिर अंतरवाली सराती में भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे-पाटिल की हालत बिगड़ गई है। आज जरांगे पाटिल के आमरण अनशन का पांचवां दिन है| जरांगे पाटिल ने इलाज से इनकार कर दिया है। इसलिए अनशन के चौथे दिन जरांगे पाटिल के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला है|
मीडिया से बातचीत के दौरान जरांगे पाटिल के हाथ कांप रहे थे| वे हमेशा की तरह बोल नहीं सके| “सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया या संचार नहीं है। हम 30-31 अक्टूबर तक इंतजार करेंगे| सरकार मानवता नहीं समझती| हम उन्हें जवाब देंगे,” जरांगे पाटिल ने चेतावनी दी।
स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बयान दिया है कि ‘दो दिन में आरक्षण मिलने की संभावना है|’ इस बारे में पूछे जाने पर जरांगे-पाटिल ने कहा, ‘मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री यह क्यों नहीं कह रहे हैं कि दो दिनों में आरक्षण मिल जाएगा?’
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि ‘मीडिया के कैमरों के सामने चर्चा नहीं की जा सकती|’ इस पर जरांगे-पटल ने कहा, “चर्चा होनी चाहिए, मराठा कहीं भी हस्तक्षेप नहीं करेंगे।” जब तक बात कर सकूं, चर्चा में आ जाऊं| बाद में आने का कोई फायदा नहीं| बताएं कि इस पर सिर्फ एक बार चर्चा होगी या नहीं. बाकी के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए,” जरांगे-पटल ने चेतावनी दी है।
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