प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बनाए जाने की अटकलों से समाजवादी पार्टी (सपा) में बेचैनी दिखने लगी है। राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के विधायक चाचा को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानसभा के डिप्टी स्पीकर के पद से नवाज सकती है।
पिछले कुछ दिनों से भाजपा के नेताओं से संपर्क बढ़ा रहे शिवपाल इस पद को स्वीकार करने के लिए तैयार है, यह सवाल भी बड़ा बना हुआ है। खुद के बारे में तरह-तरह की अटकलों पर सफाई देने के बजाय शिवपाल सिर्फ यह कह कर खामोश हो जा रहे है कि वक्त आने पर बताएंगे। उनकी यही अदा सपा खेमे को बेचैन किए हुए है।
विधानसभा उपाध्यक्ष की कुर्सी को अगर शिवपाल स्वीकार करते हैं तो वह सदन में अपने भतीजे व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बगल में बैठेंगे। विधानसभा उपाध्यक्ष की सीट सदन में ठीक नेता प्रतिपक्ष के बगल में ही होती है।
प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से लगातार छठी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। हमेशा की ही तरह इस दफा भी शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी के सिंबल साइकिल के चुनाव चिन्ह से निर्वाचित हुए है।
10 मार्च को मतगणना मे जब समाजवादी गठबंधन सत्ता के करीब नही पहुंचा तो शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे अखिलेश यादव की कार्यशैली पर सवाल उठाना शुरू कर दिया, जिससे अखिलेश यादव से दूरियां बढ़ती जा रही हैं। सपा उन्हें अपना विधायक से ज्यादा सहयोगी दल प्रसपा का अध्यक्ष मानती है।
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