उत्तर प्रदेश 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगाती दिखाई दे रही हैं| एक तरफ जहां सपा-भाजपा में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है| वही, दूसरी ओर यह भी कयास लगाया जा रहा है कि अपने कोर वोट बैंक के साथ कही ब्राह्मणों को साधने में मायावती सफल रही तो सपा-भाजपा दोनों ही पार्टियों के मंसूबों पर पानी फिर सकता है|
यूपी के मिर्जापुर की मझवां विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों चुनाव एक चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा से डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और दूसरी ओर सपा की ओर से पूरी ताकत झोंकी जा रही है। कौन बड़े नेता आए, कौन नहीं आए। बसपा से मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद की बात हो रही है तो वही पहली बार उपचुनाव लड़ रही बसपा के गंभीर नहीं होने की भी चर्चा की जा रही है|
बसपा अगर ब्राह्मण मतदाताओं में सेंध लगाने में सफल हुई तो मुकाबला बेहद करीबी हो जाएगा। सरकार भाजपा की है तो वही बसपा ने भाजपा के लिए थोड़ी चुनौती जरूर खड़ी कर दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान बंटेंगे तो कटेंगे पर भाजपा के पक्ष में माहौल बनना बताते हैं।
बता दें कि बीते एक महीने में भाजपा और सपा ने कई जनसभाएं की हैं। इससे इन दोनों पार्टियों की स्थिति मजबूत हुई है। भाजपा से सीएम योगी आदित्यनाथ ने दो जनसभाएं कीं। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, आशीष पटेल, ओम प्रकाश राजभर ने भी जनसंपर्क अभियान चलाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का भी चुनावी कार्यक्रम किया गया|
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