उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। भले ही राज्य निर्वाचन आयोग ने अभी तक आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन जिलों में प्रशासनिक हलचल तेज है। रायबरेली समेत कई जिलों में मतदाता सूची, मतपेटियों और सुरक्षा प्रबंधों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। रायबरेली की जिला निर्वाचन अधिकारी लगातार समीक्षा बैठकें कर रही हैं ताकि पूरी चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और समय पर संपन्न हो सके।
निर्वाचन विभाग ने इस बार ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य और जिला पंचायत अध्यक्ष सहित सभी पदों के लिए नामांकन शुल्क, जमानत राशि और प्रचार व्यय सीमा तय कर दी है। इस बार ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी अधिकतम ₹1,25,000 तक ही प्रचार पर खर्च कर सकेंगे। विभाग ने यह सीमा सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया है ताकि चुनाव में धनबल और दिखावे की राजनीति पर रोक लगाई जा सके।
रायबरेली जिले में इस बार 22 लाख 6 हजार 637 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। निर्वाचन विभाग ने 10,665 मतपेटियों की व्यवस्था कर ली है और मतपत्रों की छपाई का काम पूरा हो चुका है। अब केवल चुनाव की तिथि की आधिकारिक घोषणा बाकी है।
नामांकन शुल्क, जमानत राशि और प्रचार व्यय सीमा इस प्रकार हैं:
- ग्राम पंचायत सदस्य: शुल्क ₹200, जमानत ₹800, व्यय सीमा ₹10,000
- ग्राम प्रधान: शुल्क ₹600, जमानत ₹3,000, व्यय सीमा ₹1,25,000
- क्षेत्र पंचायत सदस्य: शुल्क ₹600, जमानत ₹3,000, व्यय सीमा ₹1,00,000
- जिला पंचायत सदस्य: शुल्क ₹1,000, जमानत ₹8,000, व्यय सीमा ₹2,50,000
- ब्लॉक प्रमुख: शुल्क ₹2,000, जमानत ₹10,000, व्यय सीमा ₹3,50,000
- जिला पंचायत अध्यक्ष: शुल्क ₹3,000, जमानत ₹25,000, व्यय सीमा ₹7,00,000
प्रशासन ने सभी उम्मीदवारों को निर्देश दिए हैं कि वे चुनाव प्रचार के दौरान निर्धारित सीमा का पालन करें। उल्लंघन की स्थिति में उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है। आयोग का उद्देश्य इस बार स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी पंचायत चुनाव कराना है।
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