उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव: ‘हाथी’ के मैदान में आने से ‘सायकल’ की राह आसान नहीं!

प्रदेश में बहुचर्चित कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव को सपा नेताओं के साथ ही साथ अन्य पार्टियां भी सक्रिय नजर आती दिखाई दे रही हैं|

उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव: ‘हाथी’ के मैदान में आने से ‘सायकल’ की राह आसान नहीं!

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उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं|प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर बसपा भी चुनावी बिगुल फूंक दिया है|बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी अपने उम्मीदवार को चुनाव मैदान उतारने फैसला किया गया| प्रदेश में बहुचर्चित कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव को सपा नेताओं के साथ ही साथ अन्य पार्टियां भी सक्रिय नजर आती दिखाई दे रही हैं|

बता दें मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में बसपा के वोटरों का भी एक बड़ा जनाधार है, जिसे भुनाने के लिए समाजवादी पार्टी अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है|वही बसपा के साथ ही भाजपा से नाराज मतदाताओं पर भी सपा की नजर टिकी हुई है|इस उपचुनाव को लेकर अब तक 20 प्रत्याशी मैदान में दिखाई दे रहे है|वही दूसरी ओर कुंदरकी विधानसभा सीट पर पिछले छह चुनावों में से चार बार सपा ने ही जीत दर्ज की है।

वही, सपा की ओर से तीन बार हाजी रिजवान जीतते रहे हैं, जबकि दो बार बसपा ने जीत दर्ज की है|इसी के मद्देनजर इस उपचुनाव में सपा एक फिर कुंदरकी की सीट पर जीत का स्वाद चखना चाहती है|इसके लिए प्रदेश नेतृत्व और जिले के नेताओं से अपने जनाधार का आकलन ले रही है।फ़िलहाल रिजवान की बसपा में जाने को लेकर विराम लगता दिखाई दे रहा है|हाजी रिजवान ने कहा कि मरते दम तक सपा में रहूंगा और अखिलेश ही हमारे नेता है, जबकि इससे पहले यही रिजवान बसपा को लेकर बड़ी-बड़ी कसीदे पढ़ रहे थे|

गौरतलब है कि प्रदेश हुए बीते लोकसभा चुनाव के नतीजे से सपा उत्साही दिखाई दे रही है, जबकि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव दोनों की ही तासीर अलग होती है| इसलिए इस उपचुनाव में सपा की ‘सायकल’ के आगे बसपा की ‘हाथी’ आने से राह अब आसान नजर नहीं आती दिखाई दे रही है।

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