नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद हिंसा की घटनाओं को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी जांच के लिए एक टीम गठित की है और यह टीम बंगाल पहुंच भी गई है। इस बीच खबर है कि केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला हुआ है। अब यह साफ तौर पर कहा जाने लगा है कि केंद्र और बंगाल सरकार के बीच टकराव चरम पर हैं। और आने वाले समय में भी केंद्र और राज्य के बीच अच्छे संबंध नहीं रहने वाले है. ऐसा लग रहा है कि बंगाल में कोई कानून व्यवस्था नहीं है। ममता बनर्जी ने अपने ‘गुंडों ‘ को खुली छूट दे रखी है। ममता का अड़ियल रवैया जग जाहिर है। खबर के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में दल पश्चिम बंगाल पहुंच चुका है।
इधर ,बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर में केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन के काफिले पर हमल बाद से बीजेपी हमलावर हो गई है। कई बीजेपी नेताओं ने कहा कि बंगाल की कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है और इसे सुधारने की सख्त जरूरत है।केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने अपने ऊपर हुए हमले का एक वीडियो ट्विटर किया है. उन्होंने कहा है कि तृणमूल के गुंडों ने मेरे काफिले पर हमला कर निजी स्टाफ को चोट पहुंचाया और गाड़ी की खिड़कियां तोड़ दीं। दूसरी तरफ बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल दौरे पर हैं और हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिल रहे हैं।
बता दें कि बंगाल में कथित हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्र ने गुरुवार को ममता सरकार से विस्तृत रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है.इससे पहले बुधवार को भी गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी ,लेकिन रिपोर्ट नहीं मिलने पर गृह मंत्रालय ने दोबारा पत्र लिख कर कहा कि रिपोर्ट नहीं मिलने का मतलब है कि राज्य सरकार ने इन घटनाओं को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है।पत्र में कहा गया कि इसलिए बिना समय गवाए इन घटनाओं को रोकना बेहद जरूरी है.
इसमें कहा गया कि तत्काल विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राज्य सचिवालय ‘नबन्ना में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बनर्जी ने कहा कि सोशल मीडिया पर हिंसा के जो वीडियो साझा किए जा रहे हैं उनमें से अधिकतर या तो फर्जी हैं या पुराने हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने गौर किया है कि हिंसा और झड़प की घटनाएं उन्हीं इलाकों में हो रही हैं जहां पर भाजपा चुनाव जीती है। इन इलाकों को काले धब्बे की तरह देखा जाना चाहिए।’ ये घटनाएं तब हुई जब कानून-व्यवस्था चुनाव आयोग के अधीन था: ममता मुख्यमंत्री ने कहा कि ये घटनाएं तब हुई जब कानून व्यवस्था निर्वाचन आयोग के अधीन था। उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में गत तीन महीनों में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है। कुछ छिटपुट घटनाएं हुई हैं और सभी वास्तविक नहीं हैं, उनमें अधिकतर फर्जी हैं।