श्रेय पाने के चक्कर में सीएम के पहले यह क्या कर बैठे डिप्टी सीएम पवार?

महाराष्ट्र के इन शहरों में खुलेंगी दुकानें और होटल

श्रेय पाने के चक्कर में सीएम के पहले यह क्या कर बैठे डिप्टी सीएम पवार?

मुंबई। ‘बड़े मियाँ तो बड़े मियाँ, छोटे मियाँ सुभान अल्लाह ‘ की तर्ज पर अभी शाम 8 बजे जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राज्य की जनता से रूब-रू होकर उसे संबोधित करने वाले हैं, उपमुख्यमंत्री अजित पवार से रहा नहीं गया और वे राज्य के बड़े आका कहलाने वाले से पहले ही वे घोषणाएं कर फुरसत पा बैठे, जिन्हें मुख्यमंत्री को करना है। भाजपा नेता एवं विधायक अतुल भातखलकर ने इसे उनमें श्रेय पाने की लड़ाई बताया है।

तीनों पार्टियों में क्रेडिट के लिए झगड़ा

भातखलकर का कहना है कि यह सब राज्य की सत्ता के इन साझेदारों के आपसी मतभेदों को स्पष्ट रूप से उजागर करता है और उनके बीच की यह पूरी लड़ाई असल में श्रेय पाने को लेकर है। राज्य की मौजूदा सरकार त्रिपक्षीय महाविकास आघाड़ी की है। इन तीनों पार्टियों के नेता अकसर क्रेडिट के लिए लड़ते नजर आते हैं। प्रतिबंधों में ढील का मुद्दा अब श्रेय पाने के लिए चल रही लड़ाई का रूप ले चुका है।

पुणेवासियों को खुश करने की कवायद

उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पुणे में कोरोना-पाबंदी में ढील देने का फैसला किया है। उन्होंने ऐलान किया है कि दुकानें सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 7 से शाम 8 बजे तक खुली रहेंगी, जबकि होटल रात 10 बजे तक खुले रहेंगे। उपमुख्यमंत्री यह घोषणा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रात 8 बजे लोगों से बातचीत करने से पहले ही कर चुके हैं।

पॉजिटिविटी रेट 7 % से बढ़ने पर छूट बंद

पुणे में मॉल भी सोमवार से शुक्रवार रात 8 बजे तक खुले रहेंगे, लेकिन जिन लोगों को दो टीके लग चुके हैं, मॉल में प्रवेश उन्हें ही मिलेगा। स्वीमिंग पूल को शुरू करने की अनुमति नहीं है। पॉजिटिविटी रेट सात फीसदी से ऊपर जाने पर यह छूट बंद कर दी जाएगी।

सीएम के पास ऐलान को अब बचा ही क्या?

गौरतलब है कि इससे पूर्व राहत एवं पुनर्वास मंत्री वडेट्टीवार ने भी मुख्यमंत्री के ऐलान से पहले फैसले की घोषणा कर हड़कंप मचा दिया था और अब जब अजीत पवार ने खुद तत्काल निर्णय की घोषणा कर दी, तो सवाल यह है कि मुख्यमंत्री के पास ऐलान करने के लिए बचा ही क्या ?

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