सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रिमी लेयर को लागु कराने के फैसले के बाद सियासत गरमाई हुई है। एससी-एसटी समुदायों की मांग है की आरक्षण में क्रीमी लेयर को लागु नहीं करवाना चाहिए। तो कांग्रेस भी दबे स्वरों में भाजपा की और उंगलियां उठाती नज़र आरहीं है। इसी बीच बसपा की प्रमुख मायावती प्रेस कॉन्फरेंस के जरिए सामने आयी थी। अपने एससी-एसटी समुदाय में क्रीमी लेयर को लागु करने के मुद्दे पर अपना रुख लिया है। साथ ही कॉन्फरेंस के दौरान मायावती ने कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया है।
मायावती ने अपनी कॉन्फरेंस से मोदी सरकार पर आरोप लगते हुए कहा है की, सरकार ने इस मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय में ठीक तरह से पैरवी नहीं की है। साथ ही मोदी सरकार केवल आश्वासन दे रही है, जिसका कोई उपयोग नहीं है और ऐसे काम नहीं चलेगा। मायावती ने बीजेपी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को निष्प्रभावी करने के लिए अपनी स्थिती को क्लियर करने का आवाहन किया है।उन्होंने केंद्र सरकार को विशेष सत्र बुलाकर संशोधन विधेयक लाने की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा आरक्षण का श्रेय गांधीजी और नेहरू को देने के कारण बसपा नेता मायावती का मिजाज गरमाया था। मायावती ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा की, उन्होंने आरक्षण का श्रेय डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को न देकर गांधीजी और पं. नेहरू को दिया है जिसमें रत्तीभर सच्चाई नहीं है। साथ ही मायावती ने कांग्रेस द्वारा एससी-एसटी समुदाय को संविधान दिखाकर चुनावों में धोखा देने का आरोप भी लगाया है। जिसका बदला विधानसभा चुनावों में लिया जाएगा ऐसी भविष्यवाणी तक मायावती ने कर दी है।
अपने एक्स अकाउंट से कांग्रेस के स्वाधीनता उपरांत डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के साथ कांग्रेसद्वारा की गई राजनीती पर मायावती ने खुलासा करते हुए लिखा है, “जबकि वास्तव में आरक्षण का पूरा श्रेय बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को ही जाता है जिनको किस तरह से कांग्रेस के लोगों ने संविधान सभा में जाने से रोकने का षड़यन्त्र रचा तथा उनको चुनाव में भी हराने का काम किया। कानून मंत्री पद से भी इस्तीफा देने को विवश किया।” मायावती का आरोप है की कांग्रेस सर्वोच्च न्यायलय द्वारा आरक्षण में उपवर्गीकरण के फैसले के पक्ष में है। साथ ही उन्होंने दावा किया है की कांग्रेस क्रीमी लेयर के मुद्दे पर केवल गोलमोल बातें कर रही है, जबकि एससी-एसटी समुदाय के लोगों ने सविंधान के मुद्दे पर कांग्रेस को 99 सीटें दिलाई है।
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