कौन हैं जगद्गुरु रामभद्राचार्य?, जिसे गले लगाकर PM मोदी ने लिया आशीर्वाद 

पीएम मोदी चित्रकूट जगद्गुरु रामभद्राचार्य की पुस्तकों का विमोचन करने पहुंचे थे   

कौन हैं जगद्गुरु रामभद्राचार्य?, जिसे गले लगाकर PM मोदी ने लिया आशीर्वाद 

पीएम मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के चित्रकूट पहुंचे। जहां उन्होंने तुलसी पीठ के जगद्गुरु रामभद्राचार्य से मुलाक़ात कर आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी तीन पुस्तकों का विमोचन करने पहुंचे थे। इस दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि पीएम मोदी ने देश का कायाकल्प कर दिया। उन्होंने कहा कि मेरे केवल दो ही परम मित्र हैं। एक पीएम मोदी दूसरे भगवान श्रीकृष्ण। इस मौके पर पीएम मोदी जगद्गुरु रामभद्राचार्य का हाथ पकड़कर उन्हें कुर्सी पर बैठाया। इससे पहले उन्होंने  जगद्गुरु रामभद्राचार्य  के गले लगकर उनका आशीर्वाद लिया।

 जगद्गुरु रामभद्राचार्य पीएम मोदी से मुलाक़ात के बाद कहा कि उनके सांसारिक जीवन में केवल दो ही मित्र हैं। एक नरेंद्र मोदी है,उन्होंने कहा कि यह कोई चाटुकारिता नहीं है। और दूसरा अलौकिक मित्र श्रीकृष्ण हैं। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने देश की काया ही बदल दी है। उन्होंने कहा कि कौन कल्पना कर सकता है कि चंद्रयान-3 चाँद के दक्षिणी ध्रुव उतरेगा।
 जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि ” मुझे आंख नहीं चाहिए ,लेकिन हर बार मेरा जन्म भारत में ही हो। उन्होंने कहा कि मैंने 230 पुस्तकें लिखी है, जिसमें से पीएम मोदी तीन पुस्तकों का लोकार्पण करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस को राष्ट्रग्रंथ होना चाहिए।  तो आइये जानते हैं कि कौन हैं जगद्गुरु रामभद्राचार्य। दरअसल जगद्गुरु रामभद्राचार्य चित्रकूट में तुलसी पीठ के संस्थापक हैं। उन्होंने अब तक 80 ग्रंथों की रचना की है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य  को 22 भाषाओं को जानते हैं। वे धीरेन्द्र शास्त्री के गुरु भी हैं। जगद्गुरु रामभद्राचार्य को पद्म विभूषण से सम्मानित भी किया जा चुका है।
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