राज्यपाल को संजय राउत ने क्यों दी चेतावनी?

राज्यपाल को संजय राउत ने क्यों दी चेतावनी?

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मुंबई। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी सरकार के कामों में पैर ना अड़ाएं,राजभवन सरकार की मदद के लिए होता है, पैर खींचने के लिए नहीं, पैर खींचने की कोशिश की तो आपके पैर ही धंसेंगे। इन शब्दों में शिवसेना सांसद संजय राउत  ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को चेतावनी दी है। संजय राउत दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। संजय राउत ने कहा, राज्यपाल जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को, जिसने संविधान के तहत शपथ ली है, राजनीतिक कारणों से अटकाने का प्रयास ना करें, वो चाहे विधानपरिषद के विधायकों का मुद्दा हो या एमपीएससी संबंधी नियुक्ति का मुद्दा हो, यह एक तरह से राजनीतिक दबाव लाने की कोशिश है। राज्यपाल ऐसे विवादों में ना पड़ें,पर ऐसा होता हुआ महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में लगातार दिखाई दे रहा है। आगे संजय राउत ने कहा, ” राजभवन सरकार की मदद के लिए होता है।

संजय राउत ने कहा- जो काम मंत्रिमंडल का है. मुख्यमंत्री का है, उन कामों में घुसने की कोशिश हो रही है, संजय राउत ने कहा, “नवाब मलिक ने जो राज्यपाल के संदर्भ में कहा, वो मैंने सुना है। यह संविधान विरोधी है। राज्यपाल को सरकार के कामों का जायजा लेने का आधिकार है। इसके लिए गांव स्तर पर दौरे करने की जरूरत नहीं है। अन्य राज्यों में भी बाढ़ आई है, लेकिन भाजपा शासित अन्य राज्यों में राज्यपाल दौरे करते हुए दिखाई नहीं दे रहे। यह देखने के बाद समझ में आता है कि महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में ही ऐसा क्यों हो रहा है, या यहीं ऐसा करने को क्यों कहा जा रहा है। उन्होंने यह भी याद दिलाया  कि राज्यपाल का काम सीमित स्वरूप का है, उन्हें कैबिनेट के सिफारिश से किए गए निर्णय का पालन करना चाहिए और सरकार के कामों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, ऐसा संविधान में लिखा है। वे इन नियमों का पालन करें, यही अच्छा होगा. यानी एक तरह से संजय राउत ने आज राज्यपाल से सीधी टक्कर ले ली.पर इन सब नसीहतों से राज्य पाल को कोई फर्क नहीं पड़ा है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा पहले की तरह जारी है, राज्यपाल कल भी दौरे पर निकलने वाले हैं।

 

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