Mumbai: उद्धव ठाकरे मुगलई खल-बट्टे में क्यों कूट रहे हैं हिंदू समाज को?

Mumbai: उद्धव ठाकरे मुगलई खल-बट्टे में क्यों कूट रहे हैं हिंदू समाज को?

FILE PHOTO

मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गोविंदा पथकों और दहीहंडी उत्सव के आयोजकों में श्रीकृष्ष्ण जन्माष्टमी पर होने वाले दहीहंडी के आयोजन को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक में केवल मानिंद दहीहंडी फोडंने की अनुमति मांगे जाने पर राज्य सरकार के उसे भी नकार दिए जाने के फैसले की भाजपा ने जमकर आलोचना की है। वरिष्ठ भाजपा विधायक एवं मुंबई के प्रभारी अतुल भातखलकर ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर ठाकरे सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश व्यक्त किया है।

हिंदू समाज की अवहेलना

भातखलकर ने कहा है, ‘ उद्धव ठाकरे की हिंदू समुदाय को मुगलई खल-बट्टे में कूटने की नीति अभी भी चल रही है। हिंदू विरोधी ठाकरे सरकार ने मंदिरों को खोलने की मांग को तो अनदेखा किया ही, दहीहंडी समन्वय समिति के सभी सुझावों की भी अवहेलना कर इस उत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया,अब समय आ गया है कि उसकी हंडी फोड़ दी जाए।’

दिया सेहत का हवाला

.बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ हम सभी की भावनाएं समान हैं. हमें अपने त्योहार मनाना चाहिए, लेकिन अब सवाल स्वास्थ्य का है। इसे ध्यान में रखते हुए हमें स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी होगी। जब हम ऐसा निर्णय लेते हैं, तो बहुत से लोग घोषणा करते हैं कि वे आंदोलन करेंगे। इसलिए अगर आंदोलन करना है, तो करोना के खिलाफ करो।’

सतर्कता के बावजूद यह रवैया

बैठक में समिति ने यह मांगें रखी थीं कि हमें अपने स्थान पर मानिंद दहीहंडी फोड़ने की अनुमति दी जानी चाहिए और दही फोड़ने में मानवीय पिरामिड बनाने में लिए हम उन्हीं गोविंदाओं को शामिल करें, जिन्हें वैक्सीन के दोनों टीके लग चुके हैं, गोविंदा टीमों ने इन सब की तैयारियां कर ली हैं। यह भी तय है कि दही फोड़ने के लिए फोड़ने के लिए गोविंदा पथक कहीं और नहीं जाएंगे। कोविड 19 संक्रमण से अवगत होने के बाद ही हमें अपने स्थान पर सुरक्षित दहीहंडी उत्सव मनाने की अनुमति दी जानी चाहिएऔर गोविंदा पथक इस बात का ख्याल रखेंगे कि दहीहंडी फोड़ते समय भीड़भाड़ न हो, लेकिन राज्य सरकार के इस बाबत फैसले से सभी रुष्ट हैं।

Exit mobile version