मनोज जरांगे का ओवैसी के साथ नेतृत्व ​में प्रकाश आंबेडकर के​ आने से एमबीए की बढ़ेगी मुश्किलें?

मुस्लिम उम्मीदवार क्यों नहीं जीत रहे? महाराष्ट्र में 11 फीसदी मुसलमानों का दुख है​|​

मनोज जरांगे का ओवैसी के साथ नेतृत्व ​में प्रकाश आंबेडकर के​ आने से एमबीए की बढ़ेगी मुश्किलें?

Manoj-Jarange-Patil-on-Asaduddin-Owaisi

​गत​ दिनों छत्रपति संभाजीनगर में बोलते हुए एमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल के साथ गठबंधन बनाने के लिए हाथ बढ़ाया। इस पर पहली प्रतिक्रिया मनोज जरांगे पाटिल ने दी है​|​दुखी लोगों को एक साथ आना चाहिए​|​ क्या भविष्य में प्रकाश ​​आंबेडकर और असदुद्दीन औवेसी मेरे साथ एकजुट होंगे?​ इनके एक साथ आने के बाद एमबीए की मुश्किलें बढ़ती दिखाई देगी|

मैं यह नहीं जानता, लेकिन मेरी राय में, एक साथ आओ और बदलाव होगा। अगर आप नहीं आएंगे तो हम उन्हें गिराने के लिए स्वतंत्र हैं|’ प्रस्ताव को ख़ारिज करने की मेरी आदत नहीं है, लेकिन मैं चाहता हूं कि सभी लोग एक साथ आएं| सवाल समाज का है, हर कोई कूदना चाहता है, ज्यादा सोचना नहीं| मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि जो होगा वो होगा|

एमआईएम नेता असदुद्दीन औवेसी कल छत्रपति संभाजीनगर में थे|इस दौरान हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मनोज जरांगे के साथ गठबंधन पर टिप्पणी की थी| मनोज जरांगे पाटिल ने प्रस्ताव रखा| वह पत्रकारों को अपने साथ ले जाकर चर्चा करेंगे। मनोज जरांगे के कारण पंकजा मुंडे बीड लोकसभा चुनाव हार गईं। वे जीत नहीं सके| तो मुस्लिम उम्मीदवार क्यों नहीं जीत रहे? महाराष्ट्र में 11 फीसदी मुसलमानों का दुख है​|​असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि अगर उन्हें बात करनी है तो जरूर बात करेंगे​|​

यह भी पढ़े –

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ कार्यालय पर हमला, एबीवीपी पदाधिकारियों ने कहा…!

Exit mobile version