अलीगढ़ में जमीन के पट्टों के आवंटन में प्रशासन से दुर्व्यवहार किए जाने की बातें कुछ दिनों से चर्चा में थी। इसी मामले में आईएएस देवी शरण उपध्याय को जमींन के आवंटन में धांधली करने के आरोप भी लगे। इस बात पर जांच और कार्रवाई के उद्देश्य से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईएएस उपाध्याय को निलंबित किया है।
बता दें कि देवी शरण उपाध्याय 2012 बैच के आईएएस है। उन्हें 2022 में न्यायिक राज्यस्व परिषद् के सदस्य के रूप में प्रयागराज भेजा गया था। उसी दौरान उन पर मनमानी तरीके से 35 भूखंडों को कॉन्ट्रैक्टर्स को बहाल करने का आरोप भी लगें है। इस बात पर अलीगढ के मंडलायुक्त ने प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित किया।
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इस मामले में जांच के लिए हाई लेवल कमिटी का गठन किया गया है। साथ ही में डीएस उपाध्याय को पद का दुरुपयोग कर इस जांच को प्रभावित ना करें इसीलिए उन्हें जांच की रिपोर्ट आने तक सस्पेंड किया गया है।
इसी के साथ यूपी के वारणासी में विकास प्राधिकरण के कॉन्ट्रैक्ट पर बनी 3 किलोमीटर की सड़क का भाग पहली बारिश में बह गया, जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कॉन्ट्रेक्टर पर 50 लाख का जुर्माना लगाया है।
सारनाथ – बर्खपुर की इस रोड को बनाने में 90 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट के.के. कंस्ट्रक्शन को दिया गया था। मात्र 15 दिन पहले यह सड़क बनाई गई थी, जो पहली बारिश में ही बह गई। अब यूपी के मुख्यमंत्री ने इस पर एफआईआर दर्ज करवाने का आदेश देते हुए के.के. कंस्ट्रक्शन पर 50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। योगी ने के.के. कंस्ट्रक्शन को उनके ख़राब काम के चलते ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू करवाई है।
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