बाबासाहेब अम्बेडकर के कारण ही एक आम आदमी सर्वोच्च पद पर आसीन हो सका। प्रदेश में भी मेरे जैसा सामान्य परिवार का व्यक्ति मुख्यमंत्री बन सकता था। मुझे राज्य की सेवा करने का मौका मिला है। यह बाबासाहेब के संविधान के कारण ही संभव हुआ। मैं बाबासाहेब का 100% ऋणी हूं।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि अम्बेडकर ने देश और समाज को दिशा दी। उन्होंने कमजोरों को सशक्त बनाने का काम किया। आम आदमी डॉ. यह बाबासाहेब अम्बेडकर के विचारों का केंद्र बिंदु था। मानव मुक्ति उनका लक्ष्य था। उन्होंने न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में वंचितों के अधिकारों, मानवीय गरिमा को वैचारिक और संगठनात्मक शक्ति प्रदान की। दलित समाज में निहित हीनता की भावना को दूर किया गया। उन्होंने संगठित होने की ताकत दी। उन्होंने मूल मंत्र दिया कि संगठित होना सीखें|”
बाबासाहेब द्वारा उपयोग की जाने वाली कई वस्तुएं, तस्वीरें, उनका अध्ययन कक्ष ऐतिहासिक जमा के रूप में खेती की जाएगी। लोअर परेल में स्मारक कार्य का भी निरीक्षण किया जाएगा। डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर की स्मृतियों को संजोने का काम किया जाएगा। इस अवसर पर शिंदे ने बताया कि डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा है कि यदि आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र नहीं है, तो राजनीतिक लोकतंत्र सफल नहीं होगा|
राज्य सरकार मराठी भाषियों के साथ मजबूती से खड़ी है- CM शिंदे